Edited By Tanuja,Updated: 06 Jan, 2025 11:34 AM
हमास के सशस्त्र विंग ईज्जेदीन अल-क़साम ब्रिगेड्स ने 4 जनवरी 2025 को एक वीडियो जारी किया। इस वीडियो में अक्टूबर 2023 के हमले के दौरान गाजा में बंदी बनाई गई 19 वर्षीय इजरायली सैनिक...
International Desk: इजराइल हमास जंग ( Israel Hamas Conflict )थमने का नाम नहीं ले रही । इस बीच हमास के सशस्त्र विंग ईज्जेदीन अल-क़साम ब्रिगेड्स ने 4 जनवरी 2025 को एक वीडियो जारी किया। इस वीडियो में अक्टूबर 2023 के हमले के दौरान गाजा में बंदी बनाई गई 19 वर्षीय इजरायली सैनिक लिरी अलबैग (Liri Albag ) को दिखाया गया है। तीन मिनट 30 सेकंड लंबे इस वीडियो में लिरी हिब्रू भाषा में इजरायली सरकार से अपनी रिहाई के लिए अपील करती नजर आईं। गौरतलब है कि गाजा में इसराइल द्वारा किए जा रहे हमले में ज्यादातर यर्गमाल हालाक ( मर) हो चुके हैं. वीडियो में हालांकि रिकॉर्डिंग की तारीख नहीं है, जिसमें यहूदी फौजी अलबाग रिहाई की अपील करते हुए कह रही है कि उन्हें हमास की कैद में 550 दिनों से हो चुके हैं, इससे जाहिर होता है कि वीडियो हाल के दिनों में ही शूट किया गया है।
लिरी अलबैग का वीडियो इजरायल में भावनात्मक रूप से संवेदनशील माहौल बना रहा है। इस वीडियो के बाद इजरायली जनता ने कैदियों की रिहाई के लिए सरकार से तुरंत कार्रवाई की मांग करते हुए राजधानी यरुशलम में जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान लोगों ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। गुस्साई भीड़ को काबू में करने के लिए इजरायली पुलिस ने बल का इस्तेमाल किया और कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया। यह घटना गाजा संघर्ष के बंधकों की पीड़ा और समाधान के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रयासों की आवश्यकता को उजागर करती है।हमास ने जो वीडियो जारी किया वो इसराइली फौजी लिरी अलबाग का है। इसे हमास के लड़ाकों ने इसराइल पर हमले के दौरान हिरासत में लिया था। साढ़े तीन मिनट के इस वीडियो में 19 साल की इसराइली फौजी लिरी अलबाग 'हिब्रू' जबान में नेतन्याहू हुकूमत से अपनी महफूज रिहाई के लिए अपील कर रही है।
'होस्टेज और मिसिंग फैमिलीज फोरम' के मुताबिक, लिरी के परिवार ने इस वीडियो को सार्वजनिक करने की अनुमति नहीं दी थी। परिवार ने भावुक अपील करते हुए कहा, "हम प्रधानमंत्री, दुनिया के नेताओं और निर्णयकर्ताओं से निवेदन करते हैं कि लिरी को अपना बच्चा समझकर उसकी रिहाई के लिए जल्द से जल्द कदम उठाएं।" लिरी अलबैग को 18 साल की उम्र में गाजा सीमा पर स्थित नहाल ओज बेस से बंदी बनाया गया था। उनके साथ छह अन्य महिला सैनिक भी पकड़ी गई थीं, जिनमें से पांच अभी भी हमास की हिरासत में हैं। हमास और इसके सहयोगी इस्लामिक जिहाद अब तक कई वीडियो जारी कर चुके हैं, जिनमें इजरायली बंधकों को दिखाया गया है। अक्टूबर 2023 के हमले के दौरान हमास ने 251 इजरायली नागरिकों को बंदी बनाया था। इनमें से 96 अब भी गाजा में कैद हैं, जबकि 34 बंधकों की मौत हो चुकी है।
हमास ने 3 जनवरी को बताया कि गाजा में संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई के लिए इजरायल के साथ अप्रत्यक्ष बातचीत कतर में फिर से शुरू होनी थी। हालांकि, इस पर अभी कोई प्रगति नहीं हुई है। कतर, मिस्र और अमेरिका के मध्यस्थ महीनों से इस संघर्ष को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर आलोचनाओं का दबाव बढ़ रहा है। उनके विरोधियों का कहना है कि बंधकों की रिहाई के लिए फैसले में देरी की जा रही है। इस बीच, बंधकों के परिजन और अंतरराष्ट्रीय समुदाय जल्द कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।