Edited By Tanuja,Updated: 04 Jun, 2024 06:34 PM
थ्यानमेन नरसंहार की 35वीं बरसी पर चीन और हांगकांग में सुरक्षा के भारी बंदोबस्त किए गए और लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों पर खूनी कार्रवाई के गवाह रहे थ्यानमेन चौक को जाने वाली मुख्य...
बीजिंगः थ्यानमेन नरसंहार की 35वीं बरसी पर चीन और हांगकांग में सुरक्षा के भारी बंदोबस्त किए गए और लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों पर खूनी कार्रवाई के गवाह रहे थ्यानमेन चौक को जाने वाली मुख्य सड़कों पर जगह जगह पुलिस चौकियां और बख्तरबंद वाहनों की कतारें देखी गईं। हांगकांग पुलिस ने भारी चौकसी बरतते हुए बरसी संबंधी किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम को रोकने के लिए सड़क से कम से कम दो लोगों को हटा दिया। चीन काफी समय पहले ही नरसंहार की उन सभी निशानियों को कुचल चुका है जब चीनी सरकार ने कम्युनिस्ट शासन को बनाए रखने और महीनों से चल रहे विरोध प्रदर्शनों को समाप्त करने के लिए सेना को कार्रवाई का आदेश दिया था।
इस आदेश के बाद अनुमान है कि 180,000 सैनिक और सशस्त्र पुलिस बल टैंकों के साथ पहुंचे और थ्यानमेन चौक पर प्रदर्शनकारी छात्रों पर गोलियां बरसाईं। आज तक मरने वालों की संख्या का पता नहीं चल पाया है। ये माना जाता है कि हजारों नहीं तो सैकड़ों लोग इस अभियान में मारे गए थे जो कि एक रात पहले शुरू होकर 4 जून, 1989 की सुबह समाप्त हुआ था। यह नरसंहार आधुनिक चीनी इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ। कम्युनिस्ट पार्टी के कट्टरपंथियों के पक्ष में संकट समाप्त हो गया जो राजनीतिक सुधारों की बजाय नियंत्रण का समर्थन करते थे। पूरे चीन में आज भी इस घटना को संवेदनशील नजरिए से देखा जाता है। यह घटना वर्जित विषय है और सोशल मीडिया पर किसी भी तरह से इसको लेकर किए गए पोस्ट को तुरंत हटा दिया जाता है।
मंगलवार को चीन की राजधानी में जीवन रोज की तरह ही सामान्य रहा। थ्यानमेन चौक और फोरबिडन सिटी में प्रवेश करने के लिए पर्यटक कतारों में खड़े रहे। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने इस मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा, "1980 के दशक के अंत में हुई राजनीतिक उथल-पुथल के संबंध में चीनी सरकार का निष्कर्ष बहुत पहले ही स्पष्ट हो चुका है।" विदेशी सरकारों द्वारा इस वर्षगांठ पर की गई टिप्पणी के सवाल पर उन्होंने कहा, "हम इस बात का दृढ़ता से विरोध करते हैं कि कोई भी इस घटना का चीन पर हमला करने, उसे बदनाम करने तथा चीन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने के बहाने के तौर पर इस्तेमाल करे।"
हांगकांग वासियों की स्मृति से इस नरसंहार की यादों को पहले ही समाप्त किया जा चुका है। बरसी के मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल सड़कों पर नजर आया। एक अधेड़ व्यक्ति को पुलिस वाले पकड़ कर ले जाते दिख जिसने अपने हाथों में हाथ से लिखे दो पोस्टर पकड़ रखे थे। हांगकांग के नेता जॉन ली ने इस सवाल का कोई सीधा जवाब नहीं दिया कि क्या शहर के लोग आज भी नरसंहार पर सार्वजनिक रूप से शोक व्यक्त करते हैं।