लेबनान ने नईम कासिम को चुना नया नेता, जानें केमिस्ट्री टीचर  कैसे बना हिजबुल्लाह का चीफ

Edited By Tanuja,Updated: 30 Oct, 2024 12:27 PM

hezbollah cleric naim kassem picked to lead the lebanese militant group

लेबनान (Lebanon) के आतंकी समूह हिजबुल्लाह ने अपने नए प्रमुख का नाम घोषणा किया है। नईम कासिम, जो अब तक संगठन के उपनेता थे, को हिजबुल्लाह का नया महासचिव चुना गया...

International Desk:  लेबनान (Lebanon) के आतंकी समूह हिजबुल्लाह ने अपने नए प्रमुख का नाम घोषणा किया है। नईम कासिम, जो अब तक संगठन के उपनेता थे, को हिजबुल्लाह का नया महासचिव चुना गया है। वह पूर्व नेता हसन नसरल्लाह की जगह लेंगे, जो सितंबर में मारे गए थे। हिजबुल्लाह ने यह भी कहा है कि वे नसरल्लाह की नीतियों को तब तक जारी रखेंगे जब तक जीत हासिल नहीं हो जाती। समूह ने एक बयान में बताया कि हिजबुल्ला की निर्णय लेने वाली ‘शूरा परिषद' ने तीन दशक से अधिक समय तक नसरल्ला के उपनेता रहे कासिम को नया महासचिव चुना है। हिजबुल्ला ने नसरल्ला की नीतियों को तब तक जारी रखने का संकल्प लिया ‘‘जब तक जीत हासिल नहीं हो जाती।''


नईम कासिम, जो 71 वर्ष के हैं, तीन दशक से अधिक समय से नसरल्लाह के सहायक रहे हैं। हालांकि, उनके नाम की चर्चा महासचिव पद की दौड़ में पहले नहीं थी। इससे पहले, हाशेम सैफिद्दीन का नाम इस पद के लिए लिया जा रहा था, लेकिन वह भी हाल में इजरायल के हमले में मारे गए। 5 अक्टूबर 2024 को, इजरायल के हमले के डर से नईम कासिम ने बेरूत छोड़ा और उन्हें ईरान के विदेश मंत्री के विमान से सुरक्षित ठिकाने पर ले जाया गया। नसरल्लाह के मारे जाने के बाद, कासिम ने ईरान से तीन बार वीडियो संबोधन किया।


 जानें नईम कासिम के बारे में खास बातें...

शिक्षा और करियर 
नईम कासिम का जन्म लेबनान के एक शिया बहुल गांव कफार किला में हुआ। उन्होंने 1970 के दशक में लेबनान यूनिवर्सिटी से रसायन विज्ञान में मास्टर डिग्री हासिल की। वह एक शिक्षक थे और छह वर्षों तक हाई स्कूल में केमिस्ट्री पढ़ाते रहे। इसके अलावा, उन्होंने धार्मिक शिक्षा भी दी और खुद को समाज में एक प्रभावशाली व्यक्ति के रूप में स्थापित किया।

राजनीतिक करियर की शुरुआत
1970 के दशक के अंत में, कासिम शियाओं के अमल आंदोलन में शामिल हो गए, जो शिया समुदाय के अधिकारों के लिए लड़ने वाला एक संगठन था। यह उनके राजनीतिक करियर की शुरुआत थी, और धीरे-धीरे वह हिजबुल्लाह के आंदोलन से जुड़े। 

हिजबुल्लाह में शामिल होना
1980 के दशक की शुरुआत में, नईम कासिम हिजबुल्लाह के संस्थापक सदस्यों में से एक बन गए। वह संगठन में तेजी से महत्वपूर्ण भूमिका निभाने लगे और 1991 में उन्हें हिजबुल्लाह का डिप्टी सेक्रेटरी जनरल बना दिया गया। इस पद पर रहते हुए, उन्होंने हिजबुल्ला की शूरा परिषद में भी सदस्यता हासिल की।

नसरल्लाह के साथ सहयोग
नईम कासिम, हिजबुल्लाह के पूर्व नेता हसन नसरल्लाह के बहुत करीबी सहयोगी रहे हैं। उन्होंने नसरल्लाह के नेतृत्व में संगठन की कई महत्वपूर्ण नीतियों और निर्णयों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। नसरल्लाह के समय के दौरान, संगठन ने कई महत्वपूर्ण सैन्य और राजनीतिक अभियानों को अंजाम दिया।

नसरल्लाह की मौत और नईम कासिम का वर्चस्व
सितंबर 2024 में, हसन नसरल्लाह की मौत के बाद नईम कासिम को हिजबुल्लाह का नया महासचिव चुना गया। उनकी नियुक्ति हिजबुल्लाह की शूरा परिषद द्वारा की गई और यह एक महत्वपूर्ण बदलाव था, क्योंकि नसरल्लाह ने तीन दशकों से अधिक समय तक संगठन का नेतृत्व किया था। कासिम की नियुक्ति ने संगठन के भीतर निरंतरता बनाए रखने का संकल्प दर्शाया, और उन्होंने नसरल्लाह की नीतियों को जारी रखने का वादा किया।

भागीदारी और गतिविधियाँ
हाल ही में, इजरायल के हमले के डर से नईम कासिम ने 5 अक्टूबर 2024 को बेरूत छोड़ दिया और ईरान के विदेश मंत्री के विमान के जरिए ईरान पहुंचे, जहाँ उन्हें सुरक्षित ठिकाने पर रखा गया। यहाँ से, उन्होंने तीन वीडियो संबोधन दिए, जिसमें उन्होंने हिजबुल्लाह के भीतर अपने नेतृत्व की घोषणा की।

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