Edited By Tanuja,Updated: 21 Jul, 2024 03:17 PM
पाकिस्तान (Pakistan) के प्रांत खैबर पख्तूनख्वा ( Khyber Pakhtunkhwa) में सेना के खिलाफ हजारों लोगों ने बगावत कर दी है। इलाके के 10 हजार से ज्यादा पश्तून ...
Peshawar: पाकिस्तान (Pakistan) के प्रांत खैबर पख्तूनख्वा ( Khyber Pakhtunkhwa) में सेना के खिलाफ हजारों लोगों ने बगावत कर दी है। इलाके के 10 हजार से ज्यादा पश्तून शनिवार को सड़कों पर उतर आए और प्रदर्शनकारी 'आर्मी गो बैक' के नारे लगाने लगे। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सेना ने इलाके में आतंक मचा रखा है। खैबर में पश्तून लोग मिलिट्री ऑपरेशन को बंद करने की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी नेता जमालुद्दीन वजीर के मुताबिक इलाके में 20 साल से आतंकवाद खत्म करने की मुहिम के नाम पर पाक सेना लोगों पर जुल्म कर रही है।सेना के इलाके में होने से अशांति है और इसी वजह से आतंकी हमले बढ़ते जा रहे हैं।
प्रदर्शनकारियों का पाकिस्तानी सेना पर आरोप है कि वे आतंकवाद के नाम पर आम लोगों को प्रताड़ित कर रही है। वो जब चाहे जिसे चाहे गिरफ्तार कर लेती है। बता दें कि शुक्रवार को आंदोलनकारियों के आर्मी कैंप घेरने पर सेना ने गोलीबारी की। इससे अब तक 7 प्रदर्शनकारी की मौत हो चुकी है। पाक सरकार ने साल के शुरुआत में कहा था कि सेना अफगानिस्तान की सीमा से लगे इलाकों में हिंसा का मुकाबला करने के लिए एक नया अभियान शुरू करेगी। सरकार का कहना है कि पाक-अफगान सीमा पर तहरीके तालिबान पाकिस्तान (TTP) संगठन ने पैठ बना ली है।
यह संगठन खैबर और दूसरे इलाकों में आतंकी हमलों को अंजाम दे रहा है। हालांकि, खैबर पख्तूनख्वा के लोगों का कहना है कि वह TTP पर ऑपरेशन के नाम पर आम पश्तूनों को टार्गेट बना रही है। पाक सरकार के खिलाफ बोलने वालों को गैरकानूनी ढंग से गिरफ्तार किया जा रहा है। बता दें कि 24 घंटे में खैबर पख्तूनख्वा इलाके में 4 की मौत हो गई है। वहीं, 30 घायल हैं। अब आतंकी आत्मघाती हमलों के अलावा रिमोट कंट्रोल और ड्रोन से भी हमले कर रहे हैं।
साल के शुरुआती 4 महीनों में 179 आतंकी घटनाएं हो चुकी हैं। ज्यादातर सेना और पुलिसवालों को टारगेट बनाया गया है। आंदोलनकारियों और सेना में भिड़ंत के बाद स्थानीय सरकार ने हेल्थ इमरजेंसी लगा दी। खैबर स्वास्थ्य विभाग ने स्थिति को देखते हुए सभी सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों और पैरामेडिक्स सहित सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों को हाई अलर्ट पर रहने को कहा है।