चीन के बैंकिंग सेक्टर में भ्रष्टाचार चरम पर, बड़े अधिकारियों के घोटालों ने हिला दी देश की  बुनियाद

Edited By Tanuja,Updated: 04 Dec, 2024 05:59 PM

ic corruption shakes china s banking sector

चीन के बैंकिंग सेक्टर में एक के बाद एक बड़े घोटाले सामने आ रहे हैं, जिससे इस क्षेत्र की साख पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। हाल ही में,  बैंक ऑफ चाइना के पूर्व चेयरमैन लियू लियांग  ...

Bejing: चीन के बैंकिंग सेक्टर में एक के बाद एक बड़े घोटाले सामने आ रहे हैं, जिससे इस क्षेत्र की साख पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। हाल ही में,  बैंक ऑफ चाइना के पूर्व चेयरमैन लियू लियांग   को भ्रष्टाचार और अवैध रूप से लोन जारी करने के आरोप में मौत की सजा (दो साल की छूट के साथ) सुनाई गई। अदालत ने पाया कि लियू ने 16.8 मिलियन अमेरिकी डॉलर की रिश्वत ली थी।  

 

यह घटना कोई अकेली नहीं है। हाल के वर्षों में कई उच्च पदस्थ अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं।   अक्टूबर 2023 में चीन के सेंट्रल बैंक के पूर्व उप-गवर्नर फैन यीफे को 53.3 मिलियन अमेरिकी डॉलर की रिश्वत लेने के आरोप में मौत की सजा (दो साल की छूट के साथ) सुनाई गई। फरवरी 2024 में चाइना मर्चेंट्स बैंक  के पूर्व अध्यक्ष  टियान हुइयू को घूसखोरी और अंदरूनी व्यापार में दोषी पाया गया। उन्होंने 68.7 मिलियन अमेरिकी डॉलर की अवैध संपत्ति अर्जित की थी।  नवंबर 2024 में चाइना सिटिक बैंक  के पूर्व अध्यक्ष  सन डेशुन को 1.37 बिलियन अमेरिकी डॉलर की रिश्वत लेने के लिए दोषी ठहराया गया। इन घोटालों ने न केवल आम जनता का विश्वास तोड़ा है, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी गंभीर नुकसान पहुंचाया है।

 

आम लोग अब बैंकों पर अपनी बचत को लेकर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं।   गलत तरीके से दिए गए लोन और धन की हेराफेरी ने आर्थिक प्राथमिकताओं को गड़बड़ा दिया है, जिससे चीन की संपत्ति और सरकारी कर्ज संकट और गहरा गया है।  छोटे बैंक, जिन्हें "भ्रष्टाचार के अड्डे" कहा जा रहा है, बार-बार धोखाधड़ी के मामलों में फंस रहे हैं।  शी जिनपिंग प्रशासन  ने इन घोटालों से हुए नुकसान को कम करने के लिए कई कदम उठाए हैं।

 

  2023 में स्थापित "सेंट्रल फाइनेंशियल कमीशन (CFC)"   का उद्देश्य वित्तीय क्षेत्र पर सख्त निगरानी रखना है। नेशनल फाइनेंशियल रेगुलेटरी एडमिनिस्ट्रेशन (NFRA) संस्था बैंकों पर कड़े नियम लागू कर रही है।   024 में NFRA ने  चाइना कंस्ट्रक्शन बैंक ,  क ऑफ चाइना , और  चाइना सिटिक बैंक  पर 1.37 मिलियन अमेरिकी डॉलर का जुर्माना लगाया। हालांकि, आलोचकों का कहना है कि केवल अधिकारियों को दंडित करना समस्या का समाधान नहीं है।   चीन के बैंकिंग सेक्टर में भ्रष्टाचार पर काबू पाने के लिए सरकार को और अधिक कठोर कदम उठाने होंगे।  

Trending Topics

IPL
Mumbai Indians

Kolkata Knight Riders

Teams will be announced at the toss

img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!