Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 23 Jun, 2024 05:26 PM
भारत और कतर ने शुक्रवार को भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के लिए 12 सेकेंड-हैंड कतरी मिराज-2000-5 लड़ाकू विमान खरीदने के प्रस्ताव पर नई दिल्ली में महत्वपूर्ण चर्चा की। रक्षा क्षेत्र के सूत्रों ने आजतक को जानकारी दी ...
International News: भारत और कतर ने शुक्रवार को भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के लिए 12 सेकेंड-हैंड कतरी मिराज-2000-5 लड़ाकू विमान खरीदने के प्रस्ताव पर नई दिल्ली में महत्वपूर्ण चर्चा की। रक्षा क्षेत्र के सूत्रों ने आजतक को जानकारी दी है कि भारतीय अधिकारियों को 12 मिराज-2000 विमानों की वर्तमान स्थिति पर एक प्रेजेंटेशन दी गई। उन्होंने यह भी बताया कि विमान बहुत अच्छी स्थिति में हैं और उन्हें काफी लंबे समय तक इस्तेमाल किया जा सकता है।
रक्षा सूत्रों ने बताया कि भारतीय पक्ष अपनी मिराज-2000 एयरक्राफ्ट फ्लीट के साथ कतर के विमानों की अनुकूलता को ध्यान में रखते हुए इस ऑफर पर विचार कर रहा है, क्योंकि भारतीय विमान ऑफर किए गए एयरक्राफ्ट्स की तुलना में ज्यादा एडवांस हैं। हालांकि भारत और कतर, दोनों के विमानों के इंजन एक जैसे हैं और अगर भारत उन्हें लेने का फैसला करता है तो उनका रख-रखाव करना आसान होगा। कतर 12 विमानों के लिए लगभग 5,000 करोड़ रुपए का ऑफर दे रहा है लेकिन भारतीय पक्ष इन्हें उचित मूल्य पर खरीदना चाहता है।
इस दौरान अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि विमानों का उपयोग उड़ान संचालन के लिए किया जाना है, न कि स्पेयर और रखरखाव आवश्यकताओं के लिए। बता दें कि भारतीय वायु सेना को कोविड अवधि के दौरान एक फ्रांसीसी विक्रेता से सेकेंड-हैंड सौदे में बड़ी संख्या में स्पेयर और उपकरण मिले थे। वहीं कतर के सौदे से भारतीय वायु सेना को अपने बेड़े में मिराज की संख्या 60 तक ले जाने में मदद मिलेगी।
12 लड़ाकू विमानों के लिए 5 हजार करोड़ की पेशकश
हालांकि भारतीय और कतर दोनों विमानों के इंजन एक जैसे हैं और अगर भारत उन्हें खरीदने का फैसला करता है तो सेवा के लिए उनका रखरखाव आसान होगा। कतर पक्ष 12 लड़ाकू विमानों के लिए लगभग 5,000 करोड़ रुपये की पेशकश कर रहा है, लेकिन भारतीय पक्ष उचित मूल्य पर लड़ाकू विमानों को खरीदने का इच्छुक है। वहीं कतर के विमानों को भारतीय पक्ष को मिसाइलों और उड़ान संचालन के लिए अतिरिक्त इंजनों के साथ पेश किया जा रहा है।