Edited By Tanuja,Updated: 19 Sep, 2024 07:22 PM
मेटा (Meta) ने हाल ही में घोषणा की है कि जनवरी 2025 से उसके सभी ऐप्स पर थर्ड-पार्टी 'ऑगमेंटेड रियलिटी' (Augmented Reality ) (AR) फिल्टर....
मेलबर्नः मेटा (Meta) ने हाल ही में घोषणा की है कि जनवरी 2025 से उसके सभी ऐप्स पर थर्ड-पार्टी 'ऑगमेंटेड रियलिटी' (Augmented Reality ) (AR) फिल्टर उपलब्ध नहीं होंगे। इसका मतलब है कि Whatsapp, Facebook और खासतौर पर Instagram पर 20 लाख से ज्यादा उपयोगकर्ता-निर्मित फिल्टर गायब हो जाएंगे। इंस्टाग्राम पर ये Filters खास पहचान बन चुके हैं, जिनमें से ज्यादातर फिल्टर उपयोगकर्ता को और सुंदर दिखाने के लिए बनाए जाते हैं।
लेकिन लंबे समय से ये फिल्टर खासकर युवा महिलाओं में मानसिक स्वास्थ्य और शारीरिक छवि (बॉडी इमेज) से जुड़ी समस्याओं को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार माने जाते हैं। सिद्धांत के तौर पर, फिल्टर को हटाना अवास्तविक सौंदर्य मानकों को सुधारने के लिए एक अच्छा कदम हो सकता है। लेकिन इसे लागू करने में देरी हो चुकी है, और अब इसका असर कम होने की संभावना है। जैसे कि इंस्टाग्राम के 'टीन अकाउंट्स' के मामले में, जहां किशोरों के लिए सुविधाएं दी गईं, लेकिन ये तब हुआ जब इसका दुष्प्रभाव पहले ही फैल चुका था।
फिल्टर लोकप्रिय, फिर क्यों हटाए जा रहे ?
मेटा ने आधिकारिक रूप से कहा है कि वह अन्य तकनीकी प्राथमिकताओं में निवेश को अधिक महत्व दे रहा है। लेकिन सच्चाई यह है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस Artifical Intelligence (AI) के बढ़ते प्रभाव के कारण AR फिल्टर भी इसका शिकार हो रहे हैं। मेटा ने इस साल AI में भारी निवेश करने का वादा किया था, और अब वह एआर तकनीक को खुद विकसित करने की कोशिश कर रहा है। हालांकि, Instagram पर फिल्टर पूरी तरह खत्म नहीं होंगे। मेटा द्वारा बनाए गए कुछ फिल्टर अब भी उपलब्ध रहेंगे, लेकिन वे थर्ड-पार्टी द्वारा बनाए गए लाखों फिल्टर की तुलना में कम होंगे। इन फिल्टर में अब सौंदर्यीकरण से जुड़ी सुविधाएं नहीं होंगी, जिससे 'ब्यूटी फिल्टर' का अंत होता दिख रहा है, लेकिन ये पूरी तरह खत्म नहीं होंगे।
पहले भी हो चुका फिल्टर का बैन
2019 में भी मेटा ने कुछ फिल्टर हटाए थे, जिन्हें "सर्जरी फिल्टर" कहा जाता था। ये फिल्टर उपयोगकर्ता की छवि को कॉस्मेटिक सर्जरी (cosmetic surgery) जैसा दिखाते थे, जिससे लोग असल में सर्जरी की मांग करने लगे थे। शोध में पाया गया कि 87% फिल्टर ने उपयोगकर्ताओं की नाक को छोटा और 90% ने होंठों को बड़ा किया। इससे पता चलता है कि इन फिल्टर ने एक अवास्तविक सौंदर्य मापदंड बना दिया है। लेकिन ये बात भी सच है कि इन फिल्टरों को हटाने से उपयोगकर्ता परेशान हो जाते हैं और इन्हें किसी अन्य तरीके से हासिल करने की कोशिश करते हैं।
वॉटरमार्किंग और फोटो साक्षरता की चुनौती
जब उपयोगकर्ता इंस्टाग्राम पर फिल्टर के साथ पोस्ट करते हैं, तो तस्वीर पर एक वॉटरमार्क (Watermark) दिखता है, जिससे पता चलता है कि तस्वीर को बदला गया है। लेकिन कई लोग इस वॉटरमार्क को हटाने के तरीके भी निकाल चुके हैं। फिल्टर हटाने के बाद, यह समस्या और बढ़ सकती है, क्योंकि उपयोगकर्ता किसी अन्य प्लेटफॉर्म से फिल्टर का उपयोग करके बिना वॉटरमार्क के तस्वीरें पोस्ट कर सकते हैं।
यह स्थिति विशेष रूप से चिंताजनक है, क्योंकि अधिकतर लोग एडिटेड और अनएडिटेड तस्वीरों में अंतर नहीं कर पाते हैं। ऑस्ट्रेलिया में केवल 34% वयस्क ही अपने मीडिया साक्षरता कौशल को लेकर आत्मविश्वास महसूस करते हैं।इंस्टाग्राम से ब्यूटी फिल्टर हटाने का फैसला एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता था, लेकिन अब बहुत देर हो चुकी है। सोशल मीडिया पर पहले से ही अवास्तविक सौंदर्य मानक इतनी गहराई से जड़ें जमा चुके हैं कि फिल्टर हटाने के बाद भी इसे नियंत्रित करना मुश्किल होगा।