Edited By Tanuja,Updated: 13 Oct, 2024 03:04 PM
ईरान के आर्मी चीफ इस्माइल कानी के इजरायली जासूस होने के आरोपों ने देश और दुनिया में हड़कंप मचा दिया है। द सन की रिपोर्ट के...
International Desk: ईरान के आर्मी चीफ इस्माइल कानी के इजरायली जासूस होने के आरोपों ने देश और दुनिया में हड़कंप मचा दिया है। द सन की रिपोर्ट के अनुसार, ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स द्वारा कानी से की गई कड़ी पूछताछ के दौरान उन्हें दिल का दौरा पड़ा। कानी को पूछताछ के बाद गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है, हालांकि उनकी मौजूदा स्थिति स्पष्ट नहीं है।कानी पर संदेह तब और गहरा गया, जब इजरायल ने खुफिया जानकारी के आधार पर पेजर और वॉकी-टॉकी बम हमलों से हिजबुल्लाह के कई कमांडरों को एक साथ निशाना बनाया। इसमें हिजबुल्लाह नेता हाशेम सफीदीन भी मारे गए। इस हमले से पहले कानी को भी उस बैठक में शामिल होना था, लेकिन वह वहां नहीं पहुंचे, जिससे उनके इजरायली जासूस होने की अटकलें तेज हो गईं।
इस बीच, कानी के इजरायल का जासूस होने की खर का भारत में ईरान के दूतावास ने खंडन किया है। दूतावास ने कहा कि मीडिया में छप रही खबर फर्जी है और हम इस आरोप का दृढ़ता से खंडन करते हैं कि इस्माइल क़ानी एक मोसाद एजेंट है। उन्होंने कहा कि IRGC पहले ही घोषणा कर चुका है कि लड़ाई में योगदान के लिए सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई उन्हें शीर्ष सैन्य पदक से सम्मानित करेंगे।
नसरल्लाह की हत्या के बाद लगे जासूसी के आरोप
इन आरोपों की शुरुआत 4 अक्टूबर को बेरूत में इजरायली हमले में हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की हत्या के बाद हुई। नसरल्लाह की मौत के बाद इस्माइल कानी पर शक किया जा रहा है कि उन्होंने इजरायल को गोपनीय जानकारी दी, जिसके आधार पर हिजबुल्लाह के शीर्ष नेताओं को निशाना बनाया गया। साथ ही, हिजबुल्लाह के उत्तराधिकारी हाशेम सफीदीन के लापता होने के बाद इन आरोपों को और बल मिला है।सूत्रों के अनुसार, कानी उस बैठक में नहीं थे, जिसमें नसरल्लाह मारे गए थे, लेकिन उनके गायब होने की खबरों ने कई तरह की अटकलें शुरू कर दीं। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस्राइली हमलों में शामिल जासूसी गतिविधियों में कानी की भूमिका हो सकती है, जिसके चलते ईरान में उनका जांचा जा रहा है।
कानी की मौजूदा स्थिति पर सस्पेंस
हालांकि, कुद्स फोर्स के डिप्टी कमांडर और पूर्व ईरानी राजदूत इराज मस्जिदी ने बयान दिया है कि कानी "अच्छे स्वास्थ्य में हैं और अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं"। फिर भी ईरान के सैन्य अधिकारियों में इस बात की चिंता है कि इजरायल ने रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के भीतर घुसपैठ कर ली है, विशेष रूप से उन अधिकारियों के बीच जो लेबनान और गाजा में काम कर रहे हैं।
ईरान के सुरक्षा तंत्र के लिए बड़ा झटका
इस्माइल कानी, जिन्हें जनवरी 2020 में कासिम सुलेमानी की मौत के बाद कुद्स फोर्स का प्रमुख नियुक्त किया गया था, अब गहन जांच के घेरे में हैं। उनके खिलाफ लगे ये आरोप ईरान की सेना और सुरक्षा तंत्र के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकते हैं। मंगलवार को खबर आई कि कानी को क्रूर पूछताछ के दौरान दिल का दौरा पड़ गया। कानी की स्थिति को लेकर ईरानी प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन इस घटना ने ईरान की सुरक्षा एजेंसियों में हलचल पैदा कर दी है। फिलहाल कानी के खिलाफ जांच जारी है और आने वाले दिनों में इस मामले में और भी खुलासे हो सकते हैं।