Edited By Tanuja,Updated: 23 Jul, 2024 03:01 PM
बांग्लादेश में हाल की आगजनी की घटनाओं के पीछे चीन और पाकिस्तान की बढ़ती गतिविधियों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। ढाका में....
International news: बांग्लादेश में हाल की आगजनी की घटनाओं के पीछे चीन और पाकिस्तान की बढ़ती गतिविधियों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। ढाका में हाल ही में हुई आगजनी की घटनाओं के पीछे चीन और पाकिस्तान की बढ़ती आर्थिक और सैन्य संलिप्तता को प्रमुख कारण माना जा रहा है। चीन ने बांग्लादेश में कई बड़े बुनियादी ढांचे और रक्षा परियोजनाओं में निवेश किया है, जिससे क्षेत्रीय तनाव बढ़ रहा है। पाकिस्तान भी अपनी गतिविधियों से क्षेत्र में तनाव पैदा कर रहा है, जिससे ढाका में हिंसा की घटनाएं बढ़ रही हैं।चीन और बांग्लादेश के बीच हाल ही में हुए सैन्य अभ्यास ने इस तनाव को और बढ़ा दिया है। इस अभ्यास में आतंकवाद विरोधी अभियानों पर ध्यान केंद्रित किया गया था, जिसमें बंधकों को बचाने और आतंकवादी शिविरों को साफ करने जैसी गतिविधियाँ शामिल थीं ।
भारत, जो लंबे समय से बांग्लादेश के साथ करीबी संबंध रखता है, इन सैन्य अभ्यासों को अपने लिए एक खतरे के रूप में देख रहा है।भारत और बांग्लादेश के बीच पहले से ही जल विवाद और व्यापार असंतुलन जैसे मुद्दे हैं, और चीन की बढ़ती उपस्थिति इन समस्याओं को और जटिल बना रही है। पाकिस्तान की गतिविधियाँ भी क्षेत्रीय तनाव को बढ़ा रही हैं, जिससे ढाका में हिंसा की घटनाएं बढ़ रही हैं । चीन की आर्थिक और सैन्य उपस्थिति बढ़ने से बांग्लादेश के लिए चीन और भारत के बीच संतुलन बनाना कठिन हो रहा है। इस प्रकार की घटनाएँ, जिसमें हाल की आगजनी भी शामिल है, इस तनाव का नतीजा हो सकती हैं। प्रधानमंत्री शेख हसीना की चीन यात्रा और ढाका में हो रहे प्रदर्शनों के बीच का संबंध नेपाल कोरेस्पॉन्डेंस के X (पहले ट्विटर) फीड में बताया गया है।
प्रधानमंत्री शेख हसीना 8-10 जुलाई 2024 तक चीन के दौरे पर थीं। हालांकि, वह एक दिन पहले ही ढाका लौट आईं। उनकी जल्दी वापसी का आधिकारिक कारण बताया गया कि उनकी बेटी साइमा वाजेद बीमार थीं, इसलिए प्रधानमंत्री जल्दी घर लौट आईं।लेकिन ढाका में छात्रों द्वारा किए जा रहे शांतिपूर्ण प्रदर्शनों, जो शेख हसीना की वापसी के तुरंत बाद हिंसक हो गए, से यह स्पष्ट होता है कि प्रधानमंत्री की चीन से जल्दी वापसी के पीछे घरेलू कारण भी हो सकते हैं। इस संदर्भ में, शेख हसीना की चीन यात्रा और इसके प्रस्तावित परिणामों से असंतोष भी समझना जरूरी है।
नेपाल कोरेस्पॉन्डेंस का दावा है कि शेख हसीना यात्रा के दौरान दो प्रमुख कारणों से असंतुष्ट थीं। पहला, चीन ने बांग्लादेश को यूएस $5 बिलियन की वित्तीय सहायता का वादा किया था, लेकिन वास्तव में केवल यूएस $100 मिलियन की राशि ही दी गई और वह भी ऋण के रूप में। दूसरा और महत्वपूर्ण कारण, प्रधानमंत्री शेख हसीना से चीन द्वारा बांग्लादेश में चीनी शिक्षा नीति लागू करने के लिए कहा गया था, ताकि इस्लामी संस्कृति को कम महत्व दिया जा सके।