Edited By Tanuja,Updated: 23 Sep, 2024 06:34 PM
इजराइल और लेबनान के बीच जारी संघर्ष और भी तीव्र हो गया है। रविवार को हिज्बुल्ला द्वारा उत्तरी इजराइल पर 100 से अधिक रॉकेट दागे...
International Desk: इजराइल और लेबनान के बीच जारी संघर्ष और भी तीव्र हो गया है। रविवार को हिज्बुल्ला द्वारा उत्तरी इजराइल पर 100 से अधिक रॉकेट दागे जाने के बाद इजराइली सेना ने बड़ी जवाबी कार्रवाई की।इजराइल के हाइफा शहर के पास हुए इस हमले में चार लोग घायल हो गए थे। इसके बाद, इजराइली सेना ने लेबनान में 300 से अधिक ठिकानों पर हमले किए हैं, जिससे हिज्बुल्ला पर दबाव बढ़ा है। इजराइल की सेना ने दावा किया है कि उसने हिज्बुल्ला के ठिकानों पर बड़े पैमाने पर हमले किए हैं, जिससे उसके कई सैन्य ठिकानों को नुकसान पहुंचा है व कम से कम 182 लोग मारे गए और 400 से ज्यादा घायल हो गए। ये हमले सोमवार को हुए, जिसमें बच्चों, महिलाओं और चिकित्सा कर्मियों को भी नुकसान पहुंचा। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की है।
इजराइल ने लेबनान के लोगों को उनके घरों और उन इलाकों से तुरंत निकलने को कहा है जहां हिज़्बुल्लाह ने कथित तौर पर हथियार जमा किए हैं। इजराइली सेना ने एक नक्शा भी जारी किया है जिसमें 17 गांवों और कस्बों को दिखाया गया है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया कि कौन से स्थानों को निशाना बनाया जाएगा। लेबनानी अधिकारियों के अनुसार, देश में लगभग 80,000 लोगों को इजराइल से कॉल आई, जिसमें उन्हें अपने घर छोड़ने की सलाह दी गई। टेलीकॉम कंपनी ओगेरो के प्रमुख इमाद क्रेडिएह ने इसे "मनोवैज्ञानिक युद्ध" बताया, जिससे अफरा-तफरी फैल सके।यह संघर्ष लगभग 11 महीने से चल रहा है, और हाल के हमलों ने इसे पूरी तरह से युद्ध की ओर धकेल दिया है। इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी हिज़्बुल्लाह को चेतावनी दी है कि अगर उन्होंने संदेश नहीं समझा, तो उन्हें इसे समझने पर मजबूर कर दिया जाएगा।
ये भी पढ़ेंः पाकिस्तान में 12 देशों के राजदूतों को ले जा रही बस पर आंतकी हमला, पुलिस-सेना तैनाती के बावजूद काफिले में बम धमाका
इन हमलों का उद्देश्य हिज्बुल्ला की सैन्य शक्ति को कमजोर करना और उत्तरी इजराइल पर किए गए हमलों का जवाब देना था। हालाँकि, हिज्बुल्ला और लेबनान की ओर से अब तक इस हमले को लेकर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। रविवार को हिज्बुल्ला द्वारा किए गए रॉकेट हमलों ने इस्राइल के उत्तरी हिस्से में दहशत पैदा कर दी थी। हाइफा और उसके आस-पास के इलाकों में यह हमला हुआ, जिसमें चार लोग घायल हुए। इस हमले के बाद इस्राइल ने आपातकालीन सेवाओं को सक्रिय कर दिया और सुरक्षा व्यवस्था को और भी मजबूत कर दिया। इजराइल की सेना ने लेबनान में लोगों से उन मकानों और इमारतों को तुरंत खाली करने को कहा है जहां हिज्बुल्ला आतंकवादी समूह ने हथियार जमा कर रखे हैं।
Also Read: यूक्रेन ने रूस को हराने के लिए बनाया ‘Victory Plan’ ! अमेरिका पहुंचे जेलेंस्की ने पेंसिल्वेनिया गोला-बारूद फैक्टरी का किया दौरा
इजराइल ने कहा कि उसने आतंकवादी समूह के खिलाफ ‘‘व्यापक हमले'' शुरू किए हैं। सीमा पर करीब एक साल से जारी संघर्ष और रविवार को विशेष तौर पर भारी गोलीबारी के बाद इस तरह की यह पहली चेतावनी दी गई है। हिज्बुल्ला ने इजराइल के हालिया हमले में अपने एक शीर्ष कमांडर और कई लड़ाकों के मारे जाने के बाद बदले की कार्रवाई के तहत इजराइल के उत्तरी क्षेत्र को निशाना बनाकर 100 से अधिक रॉकेट, मिसाइल और ड्रोन दागे थे। हमलों और जवाबी हमलों के कारण व्यापक युद्ध छिड़ने की आशंका बढ़ गई है जबकि इजराइल की गाजा में फलस्तीनी हमास के खिलाफ लड़ाई जारी है और वह सात अक्टूबर के हमले में बंधक बनाए गए कई बंधकों की वापसी की कोशिश कर रहा है।
Also Read: इजरायल ने तोड़ी हमास की कमर, हमले में मार गिराया दुश्मन का सबसे बड़ा चीफ कमांडर याह्या सिनवार ! जांच में जुटी मोसाद
हिज्बुल्ला ने ईरान समर्थित सहयोगी आतंकवादी समूह हमास और फिलीस्तीनियों के प्रति एकजुटता दर्शाने के लिए अपने हमलों को जारी रखने का संकल्प जताया है। इजराइली सेना के एक अधिकारी ने कहा कि इजराइल ने हवाई अभियानों पर ध्यान केंद्रित किया हुआ है और जमीनी हमले की उसकी तत्काल कोई योजना नहीं है। अधिकारी ने नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर बताया कि हमलों का उद्देश्य हिज्बुल्ला की इजराइल पर और अधिक हमले करने की क्षमता पर अंकुश लगाना है। लेबनान की मीडिया की खबर के अनुसार निवासियों को संदेश मिले हैं जिसमें उनसे अगली सूचना तक ऐसी किसी भी इमारत से चले जाने का अनुरोध किया गया है जहां हिज्बुल्ला ने हथियार जमा कर रखे हैं।