Edited By Tanuja,Updated: 31 Jul, 2024 04:10 PM
हमास के प्रमुख इस्माइल हानिया की हाल ही में हुई मौत पर इजरायल की ओर से विवादित बयान आया है। हानिया की हत्या की जिम्मेदारी...
इंटरनेशनल डेस्कः हमास के प्रमुख इस्माइल हानिया की हाल ही में हुई मौत पर इजरायल की ओर से विवादित बयान आया है। हानिया की हत्या की जिम्मेदारी इजरायल ने अभी तक नहीं ली है, लेकिन इजरायल के मंत्री इस घटना को लेकर जश्न मना रहे हैं। इजरायल के धरोहर मंत्री अमीचाय एलियाहू ने इस्माइल हानिया की मौत पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, "दुनिया से इस गंदगी को साफ करने का यही सही तरीका है। इस्माइल हानिया की मौत से दुनिया में थोड़ी शांति आएगी और दुनिया और बेहतर बनेगी।" इस्माइल हानिया हमास के प्रमुख थे और उनका निधन फिलिस्तीनी क्षेत्र में गंभीर असंतोष और तनाव को बढ़ा सकता है। उनकी मौत के बाद इजरायल और मुस्लिम देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है।
इस बीच ईरान ने इजरायल को चेतावनी दी है कि उसे इस कार्रवाई के लिए भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है। ईरान ने इस हत्याकांड की निंदा की है और कहा है कि इजरायल को इसके परिणाम भुगतने होंगे। रूस और तुर्की ने भी इस हमले की आलोचना की है। दोनों देशों ने इस घटना को गैरकानूनी और अस्वीकार्य बताया है। बता देंकि इस्माइल हानिया हाल ही में एक एयरस्ट्राइक में मारा गया। हानिया की हत्या के बाद कई मुस्लिम देशों ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है और इजरायल की निंदा की है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस मामले में इजरायल के मंत्रियों को सार्वजनिक टिप्पणी करने से मना किया है। उन्होंने इस मुद्दे पर चुप्पी साधे रखी है।
इस्माइल हानिया की व्यक्तिगत पृष्ठभूमि
इस्माइल हानिया का जन्म 1963 में गाजा सिटी, फिलिस्तीन में हुआ था। वह हमास (Islamic Resistance Movement) के एक प्रमुख नेता और राजनीतिक विंग के प्रमुख रहे हैं। हानिया ने राजनीतिक गतिविधियों की शुरुआत 1980 के दशक में की थी और 2006 में हमास के चुनावी जीत के बाद वे गाजा के प्रधानमंत्री बने।हानिया ने 2006 में गाजा में सत्ता संभाली जब हमास ने पालेस्टीनियन पार्लियामेंट के चुनावों में जीत हासिल की। इसके बाद, उन्होंने गाजा में हमास का नेतृत्व किया और इजरायल के साथ संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हानिया को इजरायल और पश्चिमी देशों द्वारा आतंकवादी गतिविधियों के लिए जिम्मेदार ठहराया गया।
बड़ी गहरी हैं इजरायल और हमास के बीच संघर्ष
इजरायल और हमास के बीच संघर्ष की जड़ें 1948 में इजरायल की स्थापना के समय तक जाती हैं, जब से इजरायल और फिलिस्तीनी क्षेत्र के बीच क्षेत्रीय विवाद और राजनीतिक तनाव बढ़ता गया है। हमास, जो एक इस्लामिक उग्रवादी समूह है, इजरायल के अस्तित्व को अस्वीकार करता है और इसे मिटाने का लक्ष्य रखता है।
2007 में, हमास ने गाजा पट्टी पर नियंत्रण हासिल किया और इजरायल ने गाजा पर कई सैन्य हमले किए।
गाजा में घातक संघर्ष और सैन्य कार्रवाई आम हो गई है। हमास द्वारा इजरायल पर रॉकेट हमलों का सिलसिला भी जारी है, जिससे इजरायल की नागरिक आबादी पर गंभीर खतरा पैदा हुआ है। इसके जवाब में, इजरायल ने गाजा में हमलों को बढ़ावा दिया। इजरायल और हमास के संघर्ष पर विभिन्न देशों की प्रतिक्रिया मिश्रित रही है। कई पश्चिमी देश इजरायल की सुरक्षा चिंताओं को सही मानते हैं, जबकि कई अरब और मुस्लिम देशों ने हमास के खिलाफ इजरायल की सैन्य कार्रवाइयों की आलोचना की है।