Edited By Tanuja,Updated: 15 Oct, 2024 04:18 PM
इजरायल और ईरान के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है। इजरायल 1 अक्टूबर को ईरान द्वारा किए गए हमले का जवाब देने की तैयारी में है,...
International Desk: इजरायल और ईरान के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है। इजरायल 1 अक्टूबर को ईरान द्वारा किए गए हमले का जवाब देने की तैयारी में है, जिसमें ईरान ने 180 बैलिस्टिक मिसाइलें दागी थीं। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से बातचीत करते हुए उन्हें इस जवाबी हमले की योजना से अवगत कराया है। नेतन्याहू ने कहा कि उनका इरादा ईरान की तेल या परमाणु सुविधाओं पर हमला करने का नहीं है, बल्कि उनका फोकस ईरानी सैन्य ठिकानों पर रहेगा। नेतन्याहू के कार्यालय ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि इजरायल अमेरिका की सलाह सुनेगा, लेकिन अपने राष्ट्रीय हितों के अनुसार ही कार्रवाई करेगा।
यह बयान वॉशिंगटन पोस्ट के एक लेख के साथ आया, जिसमें कहा गया था कि नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की सरकार को बताया कि इजरायल ईरान पर हमले में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाएगा, न कि तेल या परमाणु सुविधाओं को। वॉशिंगटन पोस्ट ने दो अधिकारियों का हवाला देते हुए कहा कि नेतन्याहू ने बाइडन प्रशासन से कहा कि वह ईरान के सैन्य ठिकानों पर हमला करने को तैयार हैं, ताकि बड़े पैमाने पर युद्ध न भड़के। इस हमले का उद्देश्य संघर्ष को सीमित रखना है और इससे अमेरिकी चुनावों में हस्तक्षेप के आरोपों से बचा जा सकेगा।
इजरायली अधिकारियों का कहना है कि उनका जवाबी हमला ईरान के हालिया हमले से कहीं अधिक तीव्र होगा। इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने अपने रक्षा मंत्री योव गैलेंट और सुरक्षा अधिकारियों के साथ एक आपातकालीन बैठक की, जिसमें उन्होंने इस पलटवार की विस्तृत योजना पर चर्चा की। इजरायल इस बात पर जोर दे रहा है कि वह पूरे क्षेत्र में युद्ध नहीं भड़काना चाहता, लेकिन ईरान के हमले को बिना जवाब दिए भी नहीं छोड़ा जा सकता। इजरायल की इस योजना के मद्देनजर, अमेरिका ने अपनी तैयारी तेज कर दी है।
अमेरिकी सेना ने क्षेत्र में THAAD मिसाइल डिफेंस सिस्टम तैनात करना शुरू कर दिया है, जिसे अमेरिकी सैनिक संचालित करेंगे। यह प्रणाली ईरान की ओर से किसी भी संभावित हमले को रोकने के लिए तैयार की गई है। अमेरिका और इजरायल के बीच सहयोग बढ़ाने के लिए लगातार चर्चा हो रही है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में बेहतर समन्वय स्थापित हो सके।हालांकि, कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, ईरान ने संकेत दिए हैं कि यदि इजरायल का हमला सीमित और लक्षित होता है, तो वह संघर्ष को आगे नहीं बढ़ाना चाहेगा।
ब्रिटेन स्थित सऊदी अखबार 'अशरक अल-अवसात' की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान इस समय संघर्ष विराम में रुचि दिखा सकता है। इसके बावजूद, इजरायली सूत्रों का कहना है कि नेतन्याहू किसी भी तरह की हिचकिचाहट के बिना बड़े पलटवार की तैयारी कर रहे हैं। अब सभी की नजरें इजरायल की संभावित कार्रवाई और इसके ईरान की प्रतिक्रिया पर टिकी हैं, जो क्षेत्रीय स्थिरता के लिए निर्णायक साबित हो सकती है।