Edited By Tanuja,Updated: 25 Sep, 2024 11:44 AM
अंतर्राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन कन्फेडरेशन (ITUC) की रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं, जिनमें कहा गया है कि अमेजन (Amazon, मेटा...
International Desk: अंतर्राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन कन्फेडरेशन (ITUC) की रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं, जिनमें कहा गया है कि अमेजन (Amazon, मेटा (Meta) और टेस्ला (Tesla) जैसी बड़ी कंपनियां न केवल मुनाफे के पीछे भाग रही हैं, बल्कि लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को कमजोर कर रही हैं। ये कंपनियां सरकारों पर प्रभाव डालकर नीतियों में बदलाव करवा रही हैं, जो उनके हित में होते हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, मेटा, जो फेसबुक (facebook) और इंस्टाग्राम (Instagram) की मालिक है, पर फर्जी खबरों और गलत सूचनाओं को बढ़ावा देने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इसके अलावा, मेटा ने डेटा सुरक्षा कानूनों को कमजोर करने के लिए दुनिया भर में लॉबिंग भी की है।अमेजन पर आरोप है कि वह अपने कर्मचारियों को यूनियनों में शामिल होने से रोकने और उन्हें कम वेतन देने की नीति अपना रही है। साथ ही, रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अमेजन ने दक्षिणपंथी समूहों को फंडिंग दी है, जो महिलाओं के अधिकारों को कमजोर कर रहे हैं।
टेस्ला के CEO एलन मस्क (Elon Musk) पर भी श्रमिक अधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है। कंपनी पर यूनियनों के खिलाफ कार्रवाई करने और कई देशों में मानवाधिकारों का उल्लंघन करने का भी आरोप है। इसके अलावा, ब्लैकस्टोन (Black stone) और वैनगार्ड (Van Gaurd) जैसी वित्तीय कंपनियों पर लोकतंत्र विरोधी समूहों को फंडिंग देने और जलवायु संकट को बढ़ावा देने के आरोप लगाए गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, इन कंपनियों की गतिविधियां न केवल आर्थिक असमानता को बढ़ावा दे रही हैं, बल्कि वैश्विक लोकतंत्र और मानवाधिकारों के लिए भी खतरा पैदा कर रही हैं।