Japan की विवादास्पद साडो सोने की खदान को मिला UNESCO का दर्जा

Edited By Tanuja,Updated: 27 Jul, 2024 04:30 PM

japan s sado gold mine gains unesco status

जापान (Japan) स्थित विवादास्पद साडो सोना खदान ( Sado gold mine) को यूनेस्को विश्व विरासत समिति UNESCO ने शनिवार को एक सांस्कृतिक...

Tokyo: जापान (Japan) स्थित विवादास्पद साडो सोना खदान ( Sado gold mine) को यूनेस्को विश्व विरासत समिति UNESCO ने शनिवार को एक सांस्कृतिक विरासत स्थल के रूप में पंजीकृत करने का फैसला किया। इससे पहले जापान ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान कोरियाई मजदूरों के उत्पीड़न के काले इतिहास को प्रदर्शित करने पर सहमति जताई थी। यह फैसला जापान और दक्षिण कोरिया के बीच बेहतर होते संबंधों का संकेत है। उत्तरी जापान के नीगाता तटीय द्वीप पर स्थित यह खदान करीब 400 वर्षों तक सक्रिय था और 1989 में बंद होने से पहले दुनिया के सबसे बड़े सोना उत्पादक खदानों में से एक था।

PunjabKesari

इस खदान का संबंध जापान द्वारा युद्ध के दौरान कोरियाई मजदूरों के उत्पीड़न से जुड़ा हुआ है। दक्षिण कोरिया सहित समिति के सदस्यों ने नयी दिल्ली में वार्षिक बैठक में शनिवार को इसके लिये सर्वसम्मत समर्थन प्रदान किया। समिति ने कहा कि जापान ने अतिरिक्त जानकारी मुहैया कराई है और योजना में सभी जरूरी संशोधन किये हैं। इतना ही नहीं जापान ने युद्ध के समय में खदान के इतिहास पर दक्षिण कोरिया से चर्चा भी की है। जापानी प्रतिनिधिमंडल ने बैठक में बताया कि जापान ने कार्य की गंभीर परिस्थितियों (कोरियाई मजदूरों) और उनकी मेहनत के बारे में विस्तार से बताने के लिए नयी सामग्री प्रकाशित की है।

 

जापान ने स्वीकार किया कि कोरियाई मजदूरों को खदान में अधिक खतरनाक कार्यों में लगाया गया था, जिसके परिणामस्वरूप कुछ की मौत भी हो गयी। उनमें से कई को बहुत कम मात्रा में भोजन दिया जाता था और उन्हें कोई छुट्टी भी नहीं मिलती थी। दक्षिण कोरियाई प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि कोरियाई देश जापान से उम्मीद करता है कि वह इतिहास की सच्चाई को लोगों के सामने रखेगा और साडो खदान के सुनहरे और काले इतिहास से लोगों को अवगत कराएगा ताकि दोनों देशों के बीच संबंध बेहतर हों।  

Related Story

Trending Topics

Afghanistan

134/10

20.0

India

181/8

20.0

India win by 47 runs

RR 6.70
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!