Edited By Parminder Kaur,Updated: 24 Feb, 2025 12:15 PM

ब्रिटेन की 25 वर्षीय केंडल ब्राइस को एक दुर्लभ बीमारी है, जिसका नाम एक्वाजेनिक अर्टिकेरिया है। इस बीमारी की वजह से पानी से उनके शरीर में जलन और दर्द होने लगता है। इस समस्या का सामना उन्हें स्नान करने, बारिश में भीगने और यहां तक कि पानी पीने पर भी...
इंटरनेशनल डेस्क. ब्रिटेन की 25 वर्षीय केंडल ब्राइस को एक दुर्लभ बीमारी है, जिसका नाम एक्वाजेनिक अर्टिकेरिया है। इस बीमारी की वजह से पानी से उनके शरीर में जलन और दर्द होने लगता है। इस समस्या का सामना उन्हें स्नान करने, बारिश में भीगने और यहां तक कि पानी पीने पर भी होता है। केंडल के अनुसार, जब भी उनकी त्वचा पानी के संपर्क में आती है, तो ऐसा लगता है जैसे उनके शरीर में आग लग गई हो।
केंडल को पहली बार कब हुई यह समस्या ?
केंडल ने बताया कि जब वे 15 साल की थीं, तब उन्हें इस समस्या का सामना पहली बार हुआ था। शुरुआत में डॉक्टरों को समझ ही नहीं आया कि यह किस तरह की बीमारी है। समय के साथ डॉक्टरों ने इसे एक दुर्लभ बीमारी के रूप में पहचान लिया, लेकिन इस बीमारी का इलाज या राहत देने वाला कोई स्थायी उपाय नहीं मिल पाया।
हर काम पर पानी से एलर्जी का असर
केंडल के लिए पानी से एलर्जी इतनी गंभीर है कि वह अपने एक साल के बेटे को भी नहला नहीं सकतीं। इस काम को उनकी मां ही करती हैं। केंडल खुद बताती हैं कि पानी का संपर्क होते ही उनकी त्वचा में जलन और सूजन हो जाती है, जो असहनीय दर्द का कारण बनता है। इतना ही नहीं, वह इस दर्द से बचने के लिए अपने दैनिक जीवन के कई कामों में भी परेशान होती हैं।
मौसम का पूर्वानुमान देखकर करती हैं बाहर जाना तय
केंडल का कहना है कि उन्हें मौसम का पूर्वानुमान देखकर ही घर से बाहर जाने का निर्णय लेना पड़ता है। अगर गलती से वे बारिश में भीग जाती हैं या मौसम में उमस होती है, तो उनकी त्वचा पर जलन और सूजन बढ़ जाती है, जिससे उन्हें बहुत ज्यादा दर्द होता है। यह दुर्लभ बीमारी केंडल की जिंदगी को बेहद मुश्किल बना रही है। हालांकि, इसके बारे में चिकित्सा शोध जारी हैं, लेकिन फिलहाल इस बीमारी का कोई स्थायी इलाज उपलब्ध नहीं है। केंडल और उनके परिवार के लिए यह रोज़मर्रा की जिंदगी में एक बड़ी चुनौती बन गई है।