Edited By Pardeep,Updated: 11 Mar, 2025 01:00 AM

वानुआतु के प्रधानमंत्री जोथम नापत ने नागरिकता आयोग को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पूर्व संस्थापक ललित मोदी को जारी पासपोर्ट रद्द करने का सोमवार को निर्देश देते हुए कहा कि ललित मोदी भगोड़ा है और वह प्रत्यर्पण से बचने का प्रयास कर रहा है।
पोर्ट विलाः वानुआतु के प्रधानमंत्री जोथम नापत ने नागरिकता आयोग को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पूर्व संस्थापक ललित मोदी को जारी पासपोर्ट रद्द करने का सोमवार को निर्देश देते हुए कहा कि ललित मोदी भगोड़ा है और वह प्रत्यर्पण से बचने का प्रयास कर रहा है। ललित मोदी ने सात मार्च को लंदन में भारतीय उच्चायोग में अपना भारतीय पासपोर्ट ‘सौंपने' संबंधी अर्जी दी थी। सूचना है कि उसने दक्षिण प्रशांत द्वीपराष्ट्र वानुआतु की नागरिकता हासिल कर ली है। उसने 2010 में भारत छोड़ दिशा था और माना जाता है कि वह लंदन में रह रहा है। वानुआतु गणराज्य की ओर से जारी एक आधिकारिक मीडिया विज्ञप्ति में नापत के हवाले से कहा गया है, ‘‘मैंने अंतरराष्ट्रीय मीडिया में हाल में हुए खुलासे के बाद नागरिकता आयोग को निर्देश दिया है कि वह ललित मोदी को जारी वानुआतु का पासपोर्ट रद्द कर दे।''
बयान में कहा गया है, ‘‘ मुझे पिछले 24 घंटों में पता चला है कि इंटरपोल ने ललित मोदी पर अलर्ट नोटिस जारी करने के भारतीय अधिकारियों के अनुरोध को न्यायिक साक्ष्यों के अभाव में दो बार खारिज कर दिया है। इस तरह का कोई भी अलर्ट मोदी के नागरिकता आवेदन को स्वतः ही खारिज कर देता।'' विज्ञप्ति में यह भी कहा गया कि "प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि वानुआतु का पासपोर्ट होना एक विशेषाधिकार है न कि अधिकार और आवेदकों को वैध कारणों से ही नागरिकता लेनी चाहिए।''
बयान में कहा गया है, ‘‘प्रत्यर्पण से बचने का प्रयास किसी भी वैध कारण में शामिल नहीं है, लेकिन हाल ही में सामने आए तथ्यों से स्पष्ट रूप से संकेत मिलता है कि ललित मोदी का इरादा यही था।'' इस मामले से जुड़े लोगों ने बताया कि भारत ने ललित मोदी के पासपोर्ट को रद्द करने के लिए वानुआतु सरकार को अनुरोध भेजा है। साथ ही उसके मामले के कुछ विवरण भी भेजे हैं। वानुआतु के प्रधानमंत्री ने कहा कि ललित मोदी द्वारा द्वीप राष्ट्र की नागरिकता के लिए किया गया आवेदन उनके देश के अधिकारियों द्वारा स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए।
नापत के कार्यालय ने कहा कि पिछले चार वर्षों में वानुआतु सरकार ने अपने ‘सिटीजनशिप बाय इन्वेस्टमेंट प्रोग्राम' की तत्परता को काफी मजबूत किया है जिसके परिणामस्वरूप देश की वित्तीय खुफिया इकाई द्वारा की गई गहन जांच में असफल होने वाले आवेदनों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। भारत का वानुआतु में कोई मिशन नहीं है तथा न्यूजीलैंड स्थित भारतीय उच्चायोग इस द्वीपीय राष्ट्र के साथ संबंधों को संभालता है। पिछले सप्ताह विदेश मंत्रालय ने कहा था कि मोदी ने लंदन में भारतीय उच्चायोग में अपना भारतीय पासपोर्ट ‘सौंपने' संबंधी अर्जी दी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, ‘‘उसने लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग में अपना भारतीय पासपोर्ट सौंपने संबंधी आवेदन किया है।'' यदि मोदी का भारतीय पासपोर्ट रद्द करने का अनुरोध स्वीकार कर लिया जाता है तो वह ब्रिटेन में अवैध विदेशी हो जाएगा क्योंकि वानुआतु सरकार भी उसकी नागरिकता रद्द कर रही है। आईपीएल के शीर्ष अधिकारी के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान करोड़ों रुपये के गबन के आरोप में ललित मोदी भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों की वांछित सूची में शामिल है।