Edited By Tanuja,Updated: 26 Feb, 2025 11:56 AM
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अमेरिका और फ्रांस के बीच यूक्रेन मुद्दे पर मतभेद खुलकर सामने आ गए हैं। यह तनातनी तब देखने को मिली जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मीडिया...
Washington: अमेरिका और फ्रांस के बीच यूक्रेन मुद्दे पर मतभेद खुलकर सामने आ गए हैं। यह तनातनी तब देखने को मिली जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मीडिया से बातचीत कर रहे थे। मंगलवार को अमेरिकी दौरे पर आए मैक्रों और ट्रम्प से यूक्रेन को दिए जा रहे आर्थिक मदद पर सवाल किए गए। इसी दौरान ट्रम्प ने कहा कि यूरोप यूक्रेन को उधार दे रहा है और अपना पैसा वापस भी ले रहा है, जबकि असली वित्तीय सहायता अमेरिका ने दी है। इस पर मैक्रों ने ट्रम्प का हाथ पकड़कर उन्हें रोकते हुए आपत्ति जताई और कहा, "यह सही नहीं है। सच तो यह है कि हमने भी पैसा दिया है। युद्ध में जितना खर्च हुआ, उसका 60% यूरोप ने दिया। अमेरिका ने लोन, गारंटी और ग्रांट दी, लेकिन हमने असली पैसा दिया है।"
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व्हाइट हाउस में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मैक्रों ने स्पष्ट रूप से कहा कि जो शांति प्रस्ताव तैयार हो रहा है, उसमें यूक्रेन की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा, *"बिना ठोस सुरक्षा गारंटी के युद्धविराम का कोई मतलब नहीं है। शांति का मतलब यूक्रेन की संप्रभुता की रक्षा होना चाहिए।" मैक्रों के इस बयान पर ट्रम्प कुछ देर के लिए शांत रहे। इस घटनाक्रम ने दिखा दिया कि यूक्रेन युद्ध को लेकर अमेरिका और यूरोप के बीच मतभेद गहराते जा रहे हैं। बता दें कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने के लिए रूस के साथ वार्ता में यूरोप का साथ देने के लिए मनाने के मकसद से वाशिंगटन पहुंचे। मैक्रों के साथ बैठक में ट्रंप ने कोई वादा नहीं किया लेकिन फ्रांस के राष्ट्रपति ने अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय ‘व्हाइट हाउस' से विदा लेते समय इस बैठक को एक ‘‘अहम मोड़'' बताया।
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मैक्रों, ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपति चुने जाने के बाद उनसे मिलने आने वाले पहले यूरोपीय नेता है और उनका उद्देश्य अपनी दोस्ती का लाभ उठाकर ट्रंप से यह आग्रह करना था कि वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत में ‘‘कमजोर न पड़ें।'' ट्रंप ने अपने हालिया बयानों में पुतिन की बात दोहराई हैं तथा उनकी मॉस्को के साथ सीधी बातचीत की योजना है। इस बातों ने यूरोपीय सहयोगियों और यूक्रेनी अधिकारियों को चिंतित कर दिया है। ‘फॉक्स न्यूज' पर दिए गए एक साक्षात्कार में मैक्रों ने सोमवार की बैठक के बाद पुतिन के संबंध में ट्रंप के कदम की प्रशंसा करते हुए कहा कि इससे आने वाले सप्ताहों में रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध विराम हो सकता है। मैक्रों ने कहा, ‘‘लेकिन मेरा संदेश यह था कि सावधान रहें, क्योंकि हमें यूक्रेन के लिए कुछ ठोस चाहिए।'' इससे पहले, ट्रंप के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में मैक्रों ने कहा, ‘‘हम शीघ्र शांति चाहते हैं लेकिन हम ऐसा समझौता नहीं चाहते जो कमजोर हो।'' उन्होंने कहा कि रूस के साथ हर समझौते का ‘‘आकलन, जांच और सत्यापन'' किया जाना चाहिए।
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