Edited By Tanuja,Updated: 10 Jul, 2024 11:59 AM
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मंगलवार को यूक्रेन के लिए वायु-रक्षा उपकरण दान में देने की ऐतिहासिक घोषणा की और कहा कि रूस इस युद्ध में...
वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मंगलवार को यूक्रेन के लिए वायु-रक्षा उपकरण दान में देने की ऐतिहासिक घोषणा की और कहा कि रूस इस युद्ध में विफल हो रहा है। उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) की 75वीं वर्षगांठ पर आयोजित ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन के लिए नाटो सदस्य देशों के नेताओं का स्वागत करते हुए बाइडन ने कहा कि अमेरिका, जर्मनी, नीदरलैंड, रोमानिया और इटली, यूक्रेन को पांच अतिरिक्त, सामरिक रूप से महत्वपूर्ण वायु-रक्षा प्रणाली उपलब्ध कराएंगे। उन्होंने बताया कि आगामी महीनों में अमेरिका और उसके साझेदारों की यूक्रेन को कई अतिरिक्त वायु-रक्षा प्रणालियां उपलब्ध कराने की योजना है।
उन्होंने बताया कि अमेरिका यह सुनिश्चित करेगा कि जब ‘‘हम अहम वायु-रक्षा प्रणालियां भेजें तो यूक्रेन अग्रिम मोर्चे पर हो।'' बाइडन ने कहा, ‘‘कोई गलती न करें, रूस इस युद्ध में विफल हो रहा है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के युद्ध का विकल्प चुने दो साल से ज्यादा का वक्त हो गया है, उनका नुकसान चौंका देने वाला है। रूस के 3,50,000 से अधिक सैनिक मारे जा चुके हैं या घायल हो गए हैं, करीब 10 लाख रूसी नागरिक, जिनमें से कई युवा लोग हैं, वे रूस छोड़कर जा चुके हैं क्योंकि उन्हें अपने देश में कोई भविष्य नहीं दिखता है।'' अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘हम जानते हैं कि पुतिन यूक्रेन में रुकेंगे नहीं। लेकिन कोई गलती भी न करें, यूक्रेन पुतिन को रोक सकता है और रोकेगा।''
वहीं, नाटो महासचिव जेम्स स्टोल्टनबर्ग ने कहा कि ऐसा कोई विकल्प नहीं है जिसमें एक पड़ोसी के रूप में रूस से निपटने के लिए कोई कीमत न चुकानी पड़े। उन्होंने कहा, ‘‘किसी युद्ध में कोई जोखिम मुक्त विकल्प नहीं होता। और याद रखिए- सबसे बड़ी कीमत और सबसे बड़ा खतरा तब होगा, यदि रूस यूक्रेन में जीत जाता है। हम ऐसा होने नहीं दे सकते। यह न केवल राष्ट्रपति पुतिन के हौसले बुलंद करेगा बल्कि यह ईरान, उत्तर कोरिया तथा चीन में अन्य निरंकुश नेताओं को भी बढ़ावा देगा।'' बाइडन ने नाटो गठबंधन के शीर्ष पद पर रहते हुए स्टोल्टनबर्ग की एक दशक की सेवा के लिए उन्हें अमेरिका के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘प्रेजीडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम' से सम्मानित किया।