Edited By Tanuja,Updated: 23 Dec, 2024 01:45 PM
साल 2011 में क्रिसमस की सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया। सांता क्लॉज़ की पोशाक में एक व्यक्ति ने अपने ही परिवार को मौत के घाट उतार दिया...
International Desk: सांता क्लॉज़ की पोशाक में एक व्यक्ति ने अपने ही परिवार को मौत के घाट उतार दिया। साल 2011 में क्रिसमस की सुबह घटी इश दिल दहला देने वाली घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो वहां गिफ्ट रैपिंग पेपर के बीच सात शव पड़े हुए थे। इस हत्याकांड को अंजाम देने वाला कोई और नहीं बल्कि 56 वर्षीय ईरानी मूल का अजीज यज्दानपनाह था। रिपोर्ट के अनुसार, अजीज की भतीजी ने अपने प्रेमी को एक शिकायत भरा संदेश भेजा था। उसने लिखा, 'हम यहां पहुंचे हैं और मेरे चाचा भी आए हुए हैं। वह सांता के वेश में हैं और अब पिता बनने का दिखावा कर रहे हैं, जैसे उन्हें 'फादर ऑफ द ईयर' का पुरस्कार चाहिए।'
इस संदेश के महज 20 मिनट बाद, अजीज ने अपनी भतीजी समेत पूरे परिवार को गोली मार दी। इस जघन्य कृत्य को अंजाम देने के बाद उसने खुद को भी गोली मार ली। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि उसने खुद को गोली मारने से पहले 911 पर कॉल कर इस हत्याकांड की सूचना दी। पुलिस को सूचना मिलने के तीन मिनट के अंदर वे घटनास्थल पर पहुंच गए। अजीज ने अपनी 55 वर्षीय पत्नी फतेमेह रहमती, 14 वर्षीय बेटे अली, और 19 वर्षीय बेटी नोना को गोली मारी थी। इसके अलावा उसने अपनी पत्नी की बहन 58 वर्षीय जोहरे रहमती, उनके पति 59 वर्षीय मोहम्मद होसैन जरेई और उनकी 22 वर्षीय बेटी सहरा को भी मार डाला।
पुलिस ने पाया कि पीड़ितों को सिर, छाती और पेट में कई बार गोली मारी गई थी। घटनास्थल से दो पिस्तौलें बरामद की गईं। बाद में एक पारिवारिक मित्र ने मीडिया को बताया कि अजीज को क्रिसमस पार्टी में आमंत्रित नहीं किया गया था। उसने एक दिन पहले अपनी भाभी के बारे में बात करते हुए कहा था कि उसका अपनी पत्नी और बच्चों पर बहुत प्रभाव है और वे केवल उसकी बातें मानते हैं। यह घटना केवल एक घरेलू कलह का परिणाम नहीं थी, बल्कि पारिवारिक विवादों और असंतोष का चरम थी। 'क्रिसमस हत्याकांड' की यह घटना आज भी क्रिसमस के जश्न की भयावह याद दिलाती है, जिसने एक खुशहाल त्योहार को खून में रंग दिया।