Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 03 Apr, 2025 01:35 PM
दुनिया के सबसे महान फुटबॉल खिलाड़ियों में से एक, डिएगो माराडोना का निधन 25 नवंबर, 2020 को हुआ था। उनकी मौत ने न केवल फुटबॉल जगत को शोक में डुबो दिया, बल्कि उनके फैंस और चाहने वालों को भी गहरे सदमे में डाल दिया। हाल ही में उनकी ऑटोप्सी रिपोर्ट से एक...
इंटरनेशनल डेस्क: दुनिया के सबसे महान फुटबॉल खिलाड़ियों में से एक, डिएगो माराडोना का निधन 25 नवंबर, 2020 को हुआ था। उनकी मौत ने न केवल फुटबॉल जगत को शोक में डुबो दिया, बल्कि उनके फैंस और चाहने वालों को भी गहरे सदमे में डाल दिया। हाल ही में उनकी ऑटोप्सी रिपोर्ट से एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है, जिसने उनकी मृत्यु के कारणों को लेकर नया खुलासा किया है।
माराडोना का दिल था सामान्य से दोगुना भारी
माराडोना की मौत के बाद उनकी ऑटोप्सी रिपोर्ट में यह बात सामने आई कि उनका दिल असामान्य रूप से भारी था। सामान्य तौर पर, एक इंसान के दिल का वजन लगभग 250 से 300 ग्राम के बीच होता है, लेकिन माराडोना के दिल का वजन 503 ग्राम था। यह उनकी स्वास्थ्य स्थिति के बारे में कई अहम सवाल उठाता है। फॉरेंसिक एक्सपर्ट एलेजांद्रो एजेकिएल वेगा ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि माराडोना को लंबे समय से इस्केमिया था, जो उनके दिल की रक्त आपूर्ति में रुकावट का कारण था। इससे उनके शरीर में रक्त प्रवाह और ऑक्सीजन की कमी हो रही थी, जो उनकी स्वास्थ्य समस्याओं को और गंभीर बना गया।
इस्केमिया और फेफड़ों में पानी जमा होना
माराडोना के दिल में रक्त की आपूर्ति की कमी और ऑक्सीजन की कमी के चलते उनके शरीर में कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हुईं। इस्केमिया, जो कि एक स्थिति है जब शरीर के किसी अंग को आवश्यक मात्रा में रक्त और ऑक्सीजन नहीं मिल पाती, माराडोना के दिल की कार्यप्रणाली पर गहरा प्रभाव डाल रही थी। इससे उनके दिल का आकार बढ़ गया था और उनकी मृत्यु की संभावना को बढ़ावा मिला। साथ ही, रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि माराडोना के फेफड़ों में कम से कम 10 दिनों से पानी जमा हो रहा था, जो उनके स्वास्थ्य के लिए अत्यंत खतरनाक था। इस पानी की जमाव को "एक्यूट पल्मनरी एडिमा" कहा जाता है, जो एक प्रकार का फेफड़ों में सूजन है। यह स्थिति अत्यधिक खतरनाक होती है और यह सांस लेने में तकलीफ और फेफड़ों के कार्य में रुकावट का कारण बन सकती है।
एक्यूट पल्मनरी एडिमा और हार्ट फेलियर
माराडोना की मृत्यु का मुख्य कारण एक्यूट पल्मनरी एडिमा था, जो हार्ट फेलियर के कारण हुआ। उनके फेफड़ों में जमा हुआ पानी उनके शरीर में अत्यधिक दर्द और शारीरिक असुविधा का कारण बना, और इसी कारण उन्हें मौत से कुछ घंटे पहले भी बहुत ज्यादा दर्द का सामना करना पड़ा। इस स्थिति ने माराडोना के जीवन के आखिरी क्षणों को और भी तकलीफदेह बना दिया।
माराडोना की मृत्यु के बाद के खुलासे
माराडोना की मृत्यु के बाद, जांचकर्ताओं ने यह पुष्टि की कि उनके शरीर में न तो शराब और न ही कोई नशीली दवाओं के निशान मिले थे। हालांकि, उनके जीवन में लंबे समय तक शराब और नशीली दवाओं का सेवन रहा था, लेकिन मृत्यु के समय उनके शरीर में इनका कोई प्रभाव नहीं था। यह माराडोना के जीवन की एक नई सच्चाई को सामने लाता है कि उनकी मृत्यु मुख्य रूप से उनके दिल और फेफड़ों की समस्याओं से हुई थी, न कि नशीली दवाओं के कारण।
माराडोना की मृत्यु से मिली सीख
माराडोना की मृत्यु से यह स्पष्ट होता है कि यदि समय रहते किसी व्यक्ति की स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज किया जाए, तो उनके जीवन को बचाया जा सकता है। उनकी बीमारी के बारे में चेतावनी संकेत समय रहते पहचानने और उचित इलाज से उन्हें और उनके चाहने वालों को बेहतर स्वास्थ्य मिल सकता था। यह भी महत्वपूर्ण है कि किसी भी व्यक्ति को सही आहार, नियमित व्यायाम और एक हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने की सलाह दी जाती है।