Edited By Tanuja,Updated: 10 Feb, 2025 03:34 PM
![marriages in china plunge by a record in 2024](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_15_32_546618647china-ll.jpg)
चीन में युवाओं का शादी और परिवार बसाने से बचने का रुझान लगातार बढ़ रहा है, जिससे शी जिनपिंग सरकार के सामने नई चुनौती खड़ी हो गई है। साल 2024 में शादियों की संख्या में रिकॉर्ड 20% की...
Bejing: चीन (China) में युवाओं का शादी और परिवार बसाने से बचने का रुझान लगातार बढ़ रहा है, जिससे शी जिनपिंग सरकार के सामने नई चुनौती खड़ी हो गई है। साल 2024 में शादियों की संख्या में रिकॉर्ड 20% की गिरावट दर्ज की गई है, जो अब तक की सबसे बड़ी गिरावट मानी जा रही है। सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद युवा विवाह और बच्चों की जिम्मेदारी उठाने से कतरा रहे हैं, जिससे देश की जनसंख्या घटने का खतरा और बढ़ गया है। चीन के नागरिक मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, साल 2024 में केवल 61 लाख जोड़ों ने शादी का पंजीकरण कराया जबकि 2023 में यह संख्या 76.8 लाख थी। यह गिरावट सरकार के लिए चिंता का विषय है, क्योंकि चीन पहले ही घटती जनसंख्या और तेजी से बूढ़ी होती आबादी की समस्या से जूझ रहा है।
विशेषज्ञों के अनुसार, चीन में शादी की गिरती दर के पीछे आर्थिक अस्थिरता, शिक्षा और परवरिश के बढ़ते खर्च, करियर प्राथमिकताएं, और बदलती सामाजिक सोच बड़ी वजहें हैं। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, महिलाएं शादी के बाद की जिम्मेदारियों और बच्चों के बोझ से बचने के लिए विवाह से दूरी बना रही हैं। इस गिरावट को रोकने के लिए चीनी सरकार ने 'लव एजुकेशन' नामक कार्यक्रम शुरू किया है, जिसमें कॉलेजों में शादी और परिवार के महत्व पर कोर्स कराए जा रहे हैं। इसके अलावा, सरकार ज्यादा बच्चे पैदा करने वालों को आर्थिक प्रोत्साहन और सब्सिडी देने की भी योजना बना रही है। लेकिन इन उपायों के बावजूद युवाओं में शादी को लेकर उत्साह नहीं दिख रहा है।
चीन में 1980 से 2015 तक लागू 'एक बच्चे की नीति' और तेजी से होते शहरीकरण ने जन्म दर को दशकों से प्रभावित किया है। विशेषज्ञों के मुताबिक अगले एक दशक में करीब 30 करोड़ चीनी नागरिक रिटायर होंगे जिससे देश की कार्यबल घटेगी और बुजुर्गों पर निर्भरता बढ़ेगी। अगर यही स्थिति रही, तो चीन को आर्थिक और सामाजिक मोर्चे पर बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। शी जिनपिंग सरकार इस संकट से उबरने के लिए लगातार नए प्रयास कर रही है, लेकिन अभी तक इसका कोई ठोस समाधान निकलता नहीं दिख रहा है। यदि चीन में शादी और जन्म दर में तेजी से सुधार नहीं हुआ, तो आने वाले दशकों में यह देश गंभीर आर्थिक और जनसंख्या संकट का सामना कर सकता है।