Edited By Tanuja,Updated: 19 Nov, 2024 11:16 AM
उत्तर-पश्चिम पाकिस्तान के खैबर जिले में सोमवार को आतंकवादियों ने एक सैन्य काफिले पर घात लगाकर हमला किया, जिसमें कम से कम 8 सैनिक मारे गए। यह हमला तब हुआ जब सैनिक आतंकवाद-रोधी ...
Peshawar: उत्तर-पश्चिम पाकिस्तान के खैबर जिले में सोमवार को आतंकवादियों ने एक सैन्य काफिले पर घात लगाकर हमला किया, जिसमें कम से कम 8 सैनिक मारे गए। यह हमला तब हुआ जब सैनिक आतंकवाद-रोधी ऑपरेशन के बाद अपने बेस लौट रहे थे। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के अशांत खैबर जिले में हुआ। अधिकारियों के मुताबिक, इस घातक हमले में तीन सैनिक घायल हुए, जिनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। जवाबी कार्रवाई में कई हमलावरों के मारे जाने की भी खबर है। हालांकि, पाकिस्तानी सेना की मीडिया विंग ने इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
इसी दिन, बन्नू जिले में हथियारबंद आतंकवादियों ने एक सुरक्षा चौकी पर हमला कर दिया। इस हमले में 7 पुलिसकर्मियों को बंधक बना लिया गया। पुलिस ने कहा कि आतंकियों का पीछा करने और बंधकों को छुड़ाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है।पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान प्रांत में हाल के महीनों में आतंकवादी हमले बढ़े हैं। इन हमलों की ज़िम्मेदारी अक्सर तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) और बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) जैसे आतंकवादी संगठनों पर डाली जाती है।
टीटीपी, जिसे संयुक्त राष्ट्र ने आतंकवादी संगठन घोषित किया है, खैबर पख्तूनख्वा में सुरक्षा बलों पर लगातार हमले करता रहा है। वहीं, बीएलए ने हाल ही में बलूचिस्तान में रेलवे स्टेशन पर आत्मघाती बम धमाके सहित दो हमलों की ज़िम्मेदारी ली, जिनमें कम से कम 34 सैनिक मारे गए। पाकिस्तानी नेताओं ने बार-बार आरोप लगाया है कि टीटीपी और बलूच विद्रोही अफगानिस्तान में अपने ठिकानों से आतंकवादी गतिविधियां चलाते हैं। हालांकि, अफगान तालिबान सरकार इन आरोपों से इनकार करती है।
अमेरिकी निगरानी संस्था स्पेशल इंस्पेक्टर जनरल फॉर अफगानिस्तान रिकंस्ट्रक्शन ( SIGAR) की रिपोर्ट के अनुसार, अफगानिस्तान में अल-कायदा के 8 प्रशिक्षण शिविर संचालित हो रहे हैं। ये शिविर टीटीपी को अफगानी लड़ाके और प्रशिक्षण सुविधाएं मुहैया करवा रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि इस साल अब तक पाकिस्तान में आतंकवादी हमलों में 1,100 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी और नागरिक मारे गए हैं। खैबर और बन्नू जैसे जिले, जहां नियमित रूप से आतंकवादी गतिविधियां होती हैं, पाकिस्तान की सुरक्षा के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गए हैं।