Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 24 Jan, 2025 01:55 PM
रत और यूएई के बीच द्विपक्षीय व्यापार और आर्थिक संबंधों को और मजबूत बनाने के उद्देश्य से यूएई के भारत में राजदूत, अब्दुल नासिर अलशाली ने हाल ही में एक साक्षात्कार में दोनों देशों के सहयोग की महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने विशेष रूप से...
इंटरनेशनल डेस्क: भारत और यूएई के बीच द्विपक्षीय व्यापार और आर्थिक संबंधों को और मजबूत बनाने के उद्देश्य से यूएई के भारत में राजदूत, अब्दुल नासिर अलशाली ने हाल ही में एक साक्षात्कार में दोनों देशों के सहयोग की महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने विशेष रूप से भारत-यूएई व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (सीईपीए) और यूएई-भारत सीईपीए परिषद (यूआईसीसी) के बारे में विस्तार से बात की, जो दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों को और बढ़ावा देने का काम करेगा।
यूएई-भारत सीईपीए परिषद का उद्देश्य क्या है?
अब्दुल नासिर अलशाली ने बताया कि 10 जनवरी, 2024 को वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन के दौरान यूएई-भारत सीईपीए परिषद (यूआईसीसी) को औपचारिक रूप से लॉन्च किया गया। इस परिषद का उद्देश्य भारत और यूएई के व्यापारिक समुदायों को यूएई-भारत सीईपीए के तहत मिलने वाले फायदों से अवगत कराना और इसे आगे बढ़ाना है। 1 मई 2022 को लागू हुआ यह समझौता दोनों देशों के बीच व्यापार और उद्यमिता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
व्यापारिक कार्यक्रमों पर ज्यादा जोर
राजदूत ने यह भी कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम उद्यमियों, खासकर महिला उद्यमियों के साथ जुड़ें। उन्होंने यूएई में 23,000 महिला उद्यमियों का उदाहरण देते हुए बताया कि ये महिलाएँ 30 बिलियन अमेरिकी डॉलर का प्रबंधन करती हैं, और भारत में भी महिला उद्यमियों का योगदान बेहद महत्वपूर्ण है। उनका कहना था कि भारतीय महिलाएँ विभिन्न क्षेत्रों में बेहतरीन काम कर रही हैं और उन्हें प्रोत्साहित किया जाना चाहिए, ताकि दोनों देशों के व्यापार और आर्थिक संबंधों को और मजबूती मिले।
छोटे और मध्यम उद्यमों के योगदान को स्वीकार करना
राजदूत ने भारत-यूएई व्यापार संबंधों की वृद्धि के लिए छोटे और मध्यम उद्यमों (SMEs) और उद्यमियों को फोकस करने की जरूरत पर भी जोर दिया। उनका कहना था कि अगर हम सच में विकास देखना चाहते हैं, तो इन क्षेत्रों में निवेश और विकास पर ध्यान देना आवश्यक है। उन्होंने कहा, "यहां छोटे और मध्यम उद्यमों और महिला उद्यमियों की भूमिका महत्वपूर्ण है, और हमें इन्हें आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करना चाहिए।"
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति जायद की भूमिका क्या होगी
अब्दुल नासिर अलशाली ने भारत-यूएई संबंधों को मजबूत करने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि पीएम मोदी और यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के नेतृत्व में दोनों देशों के बीच संबंधों को नई गति मिली है। उनका कहना था कि पीएम मोदी और राष्ट्रपति जायद की सक्रियता और नेतृत्व से दोनों देशों के बीच उच्च-स्तरीय बैठकें और दौरे हो रहे हैं, जो रिश्तों को और प्रगाढ़ बना रहे हैं।
भारत-यूएई संबंध के इतिहास में गहरी जड़ें
राजदूत अलशाली ने भारत और यूएई के रिश्तों को ऐतिहासिक और प्राचीन बताया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और व्यापारिक संबंध सैकड़ों साल पुरानी परंपरा का हिस्सा रहे हैं, और यह विश्वास जताया कि भविष्य में भी यह संबंध मजबूत बने रहेंगे।