Edited By Pardeep,Updated: 29 Mar, 2025 09:23 PM

म्यांमार की सैन्य सरकार ने शनिवार को सरकारी टेलीविजन पर कहा कि विनाशकारी भूकंप से मरने वालों की संख्या 1,600 से अधिक हो गई है।
नेशनल डेस्कः म्यांमार की सैन्य सरकार ने शनिवार को सरकारी टेलीविजन पर कहा कि विनाशकारी भूकंप से मरने वालों की संख्या 1,600 से अधिक हो गई है। सैन्य सरकार ने कुछ देर पहले मृतक संख्या 1,002 बताई थी। मलबे से और शव निकाले जाने के बाद मृतक संख्या 1,644 बताई गई, व्यापक क्षेत्र में तबाही मचने के कारण मृतक संख्या बढ़ने के आसार हैं।

भूकंप में घायल हुए लोगों की संख्या बढ़कर 3,408 हो गई, जबकि लापता लोगों की संख्या 139 हो गई। भूकंप के बाद मांडले और राजधानी नेपीता में बचाव अभियान जारी है। हालांकि दूसरे देशों से टीमें और उपकरण भेजे गए हैं लेकिन इन शहरों के हवाई अड्डों के क्षतिग्रस्त होने और विमानों के उतरने के लिए अनुपयुक्त होने के कारण बचाव कार्य में बाधा आ रही है।

भारत का ऑपरेशन ब्रह्मा
म्यांमार में हाल ही में आए विनाशकारी भूकंप के बाद स्थितियां अत्यंत गंभीर हो गई हैं। इस आपदा ने देश के बड़े हिस्से को प्रभावित किया है, जिससे बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं और संपत्ति का भारी नुकसान हुआ है। ऐसे में, भारत ने म्यांमार के साथ अपनी एकजुटता प्रदर्शित करते हुए हर संभव सहायता देने का वचन लिया है।
भारत ने अपनी तत्परता और आपदा राहत में सहयोग को और मजबूत करते हुए ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत एक विशेष मेडिकल टास्क फोर्स तैनात की है। यह राहत कार्य म्यांमार के लोगों को चिकित्सा सहायता प्रदान करने और भूकंप के कारण हुई गंभीर स्थिति से निपटने के लिए किया जा रहा है।

लेफ्टिनेंट कर्नल जगनीत गिल के नेतृत्व में भेजी गई मेडिकल टीम
भारत सरकार द्वारा भेजी गई 118 सदस्यीय मेडिकल टीम का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कर्नल जगनीत गिल कर रहे हैं। यह टीम एयरबोर्न एंजल्स टास्क फोर्स का हिस्सा है, जो आपातकालीन स्थितियों में चिकित्सा और सर्जिकल सहायता प्रदान करने में माहिर है। टीम के साथ आवश्यक दवाइयां और चिकित्सा सामग्री भी भेजी गई हैं, ताकि भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में त्वरित राहत कार्य किए जा सकें। इस टीम में अनुभवी डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ शामिल हैं, जो म्यांमार के प्रभावित इलाकों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेंगे।
60 बेड वाला ट्रीटमेंट सेंटर स्थापित किया जाएगा
म्यांमार के भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में एक 60 बेड वाला ट्रीटमेंट सेंटर स्थापित किया जाएगा, जहां आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जाएंगी। इस ट्रीटमेंट सेंटर में भूकंप से घायल हुए लोगों के इलाज के लिए डॉक्टरों और विशेषज्ञों की टीम तैनात होगी। यह सेंटर म्यांमार की स्वास्थ्य प्रणाली को पुनर्निर्मित करने और राहत कार्यों को अधिक प्रभावी बनाने में मदद करेगा, क्योंकि भूकंप के कारण वहां की स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित हो गई हैं।
भारत के इस कदम से म्यांमार के लोगों को तत्काल राहत मिलेगी, और साथ ही भूकंप के बाद उनकी स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ किया जा सकेगा।