Edited By Tanuja,Updated: 06 Jan, 2025 06:47 PM
दुबई के एक रेस्तरां का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे खाड़ी देशों में गुस्से का माहौल बन गया है। यह वीडियो 13 सेकंड का है और इसमें एक महिला को खाना खाते हुए ...
International Desk: दुबई के एक रेस्तरां में पर्यटकों द्वारा बुर्का वाली एक महिला का मजाक उड़ाने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे खाड़ी देशों में गुस्से का माहौल बन गया है। यह वीडियो 13 सेकंड का है और इसमें एक महिला को खाना खाते हुए दिखाया गया है, जबकि एक व्यक्ति कैमरें के पीछे हंसी मजाक करता नजर आ रहा है। हालांकि, वीडियो में महिला के बारे में हुई बातचीत पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है। इस वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X पर 2.6 मिलियन से ज्यादा बार देखा गया है।
वीडियो वायरल होने के बाद से कई लोगों ने इस घटना पर अपनी नाराजगी व्यक्त की और दुबई पुलिस से कानूनी कार्रवाई की मांग की। दुबई पुलिस ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि मामले को संबंधित प्राधिकरण को सौंप दिया गया है और आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। संयुक्त अरब अमीरात में इस्लामी परंपराओं का सख्त पालन किया जाता है। यहां महिला की बिना सहमति के वीडियो बनाना अपराध माना जाता है। इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। अधिकांश यूजर्स ने पर्यटकों की इस हरकत की आलोचना की है और इसे निजता का उल्लंघन बताया है।
في دبي امرأه اوربيه غير مسلمه تصور سائحه خليجية و تسخر من دينها
اين شرطة دبي؟ @DubaiPoliceHQ
لماذا لا يتم القبض و من ثم الإحاله للنيابه؟ هل عندهم قوانين تحفظ كرامة و خصوصية السائحة الخليجيه و تمنع تصويرها بدون اذنها و التشهير بها؟
اين حقوق الانسان اين احترام الشعائر الدينية؟ pic.twitter.com/6ELuVWBNvP
— 🇸🇦 🏆 المكريه (@ALMKRIA) January 2, 2025
कई यूजर्स ने इस घटना को सार्वजनिक रूप से परंपराओं का मजाक उड़ाने जैसा बताया और कहा कि इसे बख्शा नहीं जाना चाहिए। वहीं, कुछ ने इस घटना की गंभीरता पर सवाल उठाया और कहा कि इसे सजा की बजाय शिक्षा के रूप में लिया जाना चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके। इस घटना ने दुबई में महिलाओं की निजता और सम्मान के अधिकार पर एक बड़ी बहस को जन्म दिया है। लोग इस पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, जबकि कुछ का मानना है कि पर्यटकों को स्थानीय सांस्कृतिक मानदंडों के बारे में अवगत कराया जाना चाहिए, ताकि इस तरह की घटनाएं न हों।