Edited By Anu Malhotra,Updated: 07 Jan, 2025 09:21 AM
आज सुबह नेपाल में जोरदार भूकंप के झटकों ने धरती को हिला दिया। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7.1 दर्ज की गई, जबकि तिब्बत में भी 6.8 तीव्रता के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र नेपाल-तिब्बत सीमा के पास लोबुचे से 93 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में, धरती...
नेशनल डेस्क: आज सुबह नेपाल में जोरदार भूकंप के झटकों ने धरती को हिला दिया। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7.1 दर्ज की गई, जबकि तिब्बत में भी 6.8 तीव्रता के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र नेपाल-तिब्बत सीमा के पास लोबुचे से 93 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में, धरती के 10 किलोमीटर नीचे स्थित था। इस भूकंप के असर से भारत के बिहार, पश्चिम बंगाल और झारखंड समेत कई इलाकों में झटके महसूस किए गए, जिससे लोग सतर्क होकर घरों से बाहर निकल आए। हालांकि, अभी तक नेपाल या भारत में किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं मिली है।
भूकंप का असर भारत के बिहार, पश्चिम बंगाल और झारखंड समेत कई इलाकों में भी महसूस किया गया। बिहार, जो नेपाल से सटा हुआ है, वहां भी लोग भूकंप के झटकों से सतर्क होकर घरों से बाहर निकल आए। हालांकि, नेपाल में इतनी तीव्रता वाले भूकंप के बावजूद किसी बड़े जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है। सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में लोग सुरक्षित स्थानों पर जाते नजर आए।
7 दिनों में तीसरी बार भूकंप
नेपाल में 2025 की शुरुआत भूकंप के झटकों के साथ हुई है। पिछले सात दिनों में नेपाल में यह तीसरा भूकंप है। इससे पहले 3 जनवरी को कर्णाली प्रांत के मुगु जिले में 4.4 तीव्रता का भूकंप आया था, जबकि 2 जनवरी को सिंधुपालचौक जिले में 4.8 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था।
नेपाल में भूकंप क्यों आते हैं बार-बार?
भौगोलिक रूप से नेपाल भूकंप के अत्यधिक संवेदनशील क्षेत्र में स्थित है। यह हिमालयन सिस्मिक बेल्ट में बसा है, जहां भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेट्स की टकराहट अक्सर भूकंप का कारण बनती है। नेपाल में आने वाले भूकंपों का प्रभाव इसके पड़ोसी देशों, खासकर भारत के सीमावर्ती इलाकों पर भी पड़ता है।