Edited By Tanuja,Updated: 02 Jan, 2025 12:33 PM
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर उनके ही मंत्रिमंडल के वरिष्ठ नेताओं ने अप्रत्यक्ष रूप से हमला कर उनकी जान को खतरे में डाल दिया। उनके ही सरकार के दो वरिष्ठ ...
International Desk: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर उनके ही मंत्रिमंडल के वरिष्ठ नेताओं ने अप्रत्यक्ष रूप से हमला कर उनकी जान को खतरे में डाल दिया। उनके ही सरकार के दो वरिष्ठ सहयोगियों, इतमार बेन गविर और यित्ज़ाक गोल्डकनफ ने ऐसा दबाव बनाया जिसने उनकी जान और राजनीतिक स्थिति दोनों को खतरे में डाल दिया। यह घटना इजरायली राजनीति में अस्थिरता और सत्ता संघर्ष की एक बड़ी मिसाल बनकर सामने आई है।
75 वर्षीय प्रधानमंत्री नेतन्याहू, जो पहले से ही दिल की बीमारी जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं, ने हाल ही में अपनी प्रोस्टेट सर्जरी करवाई थी। डॉक्टरों की सलाह के अनुसार, उन्हें कई दिनों तक आराम की आवश्यकता थी। लेकिन मंगलवार को, अस्पताल में भर्ती होने के बावजूद नेतन्याहू को कनेसट (इजरायली संसद) में एक महत्वपूर्ण वोट डालने के लिए मजबूर होना पड़ा। इतमार बेन गविर (राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री) और *यित्ज़ाक गोल्डकनफ (हाउसिंग मंत्री) ने "ट्रैप्ड प्रॉफिट्स" कानून को लेकर नेतन्याहू की सरकार के खिलाफ कदम उठाए।
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समय से इस बात पर जोर दे रहे हैं कि अल्ट्रा-ऑर्थोडॉक्स समुदाय के पुरुषों को सेना और राष्ट्रीय सेवा से छूट दी जाए। सुप्रीम कोर्ट इस छूट को पहले ही अवैध घोषित कर चुका है, लेकिन गोल्डकनफ ने इसे कानूनी मान्यता दिलाने के लिए सरकार पर दबाव बनाया। दूसरी तरफ, बेन गविर ने पुलिस बजट में कटौती का बहाना बनाकर इस कानून के खिलाफ वोट देने की धमकी दी। हालांकि उनका असली उद्देश्य सरकार पर अपनी ताकत का प्रदर्शन करना और अपनी राजनीतिक मांगों को पूरा करवाना है।
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यह कानून 2024 के बजट में टैक्स छूट को खत्म करने के लिए पेश किया गया था। गोल्डकनफ जो अल्ट्रा-ऑर्थोडॉक्स यूनाइटेड तोरा जूडिज्म पार्टी के नेता हैं, लंबे
नेतन्याहू, जिन्हें जुलाई 2023 में दिल की धड़कनों की अनियमितता के कारण पेसमेकर लगाया गया था, पहले से ही स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं। रविवार को उन्होंने यरुशलम के हदासा मेडिकल सेंटर में प्रोस्टेट सर्जरी करवाई थी और डॉक्टरों ने उन्हें कम से कम तीन दिनों तक अस्पताल में आराम करने की सलाह दी थी। इसके बावजूद, मंगलवार को वे अपनी जान जोखिम में डालकर अस्पताल के विशेष सुरक्षित कमरे (जहां उन्हें हौथी मिसाइल या हिज़बुल्लाह के ड्रोन हमले से बचाने के लिए रखा गया था) से संसद पहुंचे।
क्या है "ट्रैप्ड प्रॉफिट्स" कानून?
यह कानून इजरायली बजट के तहत विदेशी टैक्स छूट और अन्य loopholes को बंद करने का प्रयास है। अगर इस कानून पर समय रहते वोट नहीं पड़ता, तो इसे 2024 के बजट में शामिल नहीं किया जा सकता था। गोल्डकनफ ने अपनी पार्टी के सांसदों को इस कानून के खिलाफ वोट देने का निर्देश दिया। बेन गविर ने भी इसका विरोध करने की धमकी दी, जिससे नेतन्याहू पर दबाव और बढ़ गया।
नेतन्याहू के लिए राजनीतिक संकट
नेतन्याहू ने अपने सहयोगियों को सत्ता में बनाए रखने के लिए लंबे समय तक उनकी मांगों को पूरा किया, लेकिन यह घटनाक्रम उनके लिए राजनीतिक रूप से आत्मघाती साबित हुआ। गोल्डकनफ और बेन गविर जैसे नेता केवल अपनी स्वार्थी मांगों को पूरा करने के लिए सरकार को बंधक बना रहे हैं। बेन गविर, जो अपने आपराधिक मामलों और चरमपंथी विचारों के लिए जाने जाते हैं, पुलिस और अन्य प्रशासनिक संसाधनों को अपने फायदे के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। गोल्डकनफ का अल्ट्रा-ऑर्थोडॉक्स समुदाय का समर्थन नेतन्याहू के लिए जरूरी है, लेकिन उनकी मांगों को पूरा करना नेतन्याहू के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा और राजनीतिक स्थिरता को दांव पर लगाने जैसा है।