Edited By Tanuja,Updated: 07 Apr, 2025 04:37 PM
डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के लिए नेतन्याहू आज अमेरिका पहुंच गए हैं। टैरिफ संकट और गाजा युद्ध के कारण बढ़ते अंतरराष्ट्रीय दबाव के बीच यह दौरा बेहद अहम माना जा रहा...
Washington: डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के लिए नेतन्याहू आज अमेरिका पहुंच गए हैं। टैरिफ संकट और गाजा युद्ध के कारण बढ़ते अंतरराष्ट्रीय दबाव के बीच यह दौरा बेहद अहम माना जा रहा है। हंगरी से उड़ान भरने के बाद नेतन्याहू का विमान सीधे रास्ते के बजाय करीब 400 किलोमीटर लंबा रूट लेकर अमेरिका पहुंचा। इसका कारण था उन यूरोपीय देशों के हवाई क्षेत्र से बचना जो इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (ICC) के गिरफ्तारी वारंट को लागू कर सकते थे।
दरअसल, गाजा युद्ध के दौरान नरसंहार के आरोपों पर ICC ने नेतन्याहू के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। हंगरी ने उन्हें सुरक्षित रास्ता दिया क्योंकि वहां ICC का प्रभाव सीमित है। इजरायली मीडिया के अनुसार, नेतन्याहू ने आयरलैंड, आइसलैंड और नीदरलैंड जैसे देशों के हवाई क्षेत्र से परहेज किया। ये देश ICC की रोम स्टैच्युट संधि के सदस्य हैं और गिरफ्तारी वारंट को मान्यता दे सकते थे।
वॉशिंगटन डीसी में नेतन्याहू की ट्रंप से यह मुलाकात व्यापारिक टैरिफ में राहत और गाजा संघर्ष विराम जैसे मुद्दों को लेकर हो रही है। इसके अलावा ईरान के साथ बढ़ते तनाव पर भी बातचीत संभव है। हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ऑर्बन ने साफ किया है कि वे नेतन्याहू को ICC के हवाले नहीं करेंगे। हंगरी ने औपचारिक रूप से ICC की संधि से बाहर निकलने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है, जो एक साल में पूरी होगी।