यूक्रेन की सैन्य खुफिया एजेंसी का दावा: कुर्स्क में युद्ध में मारे गए उत्तर कोरियाई सैनिक

Edited By Rahul Rana,Updated: 17 Dec, 2024 08:36 AM

north korean soldiers killed in battle in kursk

यूक्रेन की सैन्य खुफिया एजेंसी ने दावा किया कि रूस के कुर्स्क सीमा क्षेत्र में यूक्रेनी सेना के साथ युद्ध में उत्तर कोरिया के लगभग 30 सैनिक मारे गए या गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। एक एजेंसी ने अपनी टेलीग्राम पोस्ट में कहा कि ये सैनिक कुर्स्क के तीन...

इंटरनेशनल डेस्क। यूक्रेन की सैन्य खुफिया एजेंसी ने दावा किया कि रूस के कुर्स्क सीमा क्षेत्र में यूक्रेनी सेना के साथ युद्ध में उत्तर कोरिया के लगभग 30 सैनिक मारे गए या गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। एक एजेंसी ने अपनी टेलीग्राम पोस्ट में कहा कि ये सैनिक कुर्स्क के तीन गांवों के पास मारे गए।

कुर्स्क वह सीमावर्ती क्षेत्र है,जहां रूस पिछले चार महीनों से यूक्रेनी सेना को खदेड़ने की कोशिश कर रहा है जो यहां कब्जा किए हुए है। एजेंसी के अनुसार कुर्स्क के एक अन्य गांव के पास कम से कम तीन उत्तर कोरियाई सैनिक लापता हो गए हैं।

उत्तर कोरियाई सैनिकों की मौत

यूक्रेनी अधिकारियों के दावे की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो पाई है। यह पहली बार है जब युद्ध के दौरान उत्तर कोरियाई सैनिकों की मौत की खबर आई है। रूस के क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेसकोव ने इन दावों पर टिप्पणी के लिए सवाल रूस के रक्षा मंत्रालय को भेजे हैं लेकिन अब तक कोई आधिकारिक जवाब नहीं आया है।

रूस को उत्तर कोरिया से समर्थन

अमेरिका के रक्षा विभाग और यूक्रेनी अधिकारियों के अनुसार उत्तर कोरिया ने रूस को युद्ध में मदद के लिए लगभग 10,000 सैनिक भेजे हैं। उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने रूस के साथ पारस्परिक रक्षा समझौते के तहत रूस के युद्ध प्रयासों के लिए अपनी पूरी सहायता देने का वचन दिया था। यूक्रेनी अधिकारियों ने 5 नवंबर को बताया था कि उनकी सेनाओं ने पहली बार रूस के समर्थन में भेजे गए उत्तर कोरियाई सैनिकों से जंग लड़ी थी।

पेंटागन ने की पुष्टि

पेंटागन के प्रेस सचिव मेजर जनरल पैट राइडर ने भी पुष्टि की कि कुर्स्क में कुछ उत्तर कोरियाई सैनिक मारे गए हैं लेकिन मारे गए या घायल सैनिकों की संख्या स्पष्ट नहीं है। राइडर के मुताबिक उत्तर कोरियाई सैनिकों को मुख्य रूप से पैदल सेना के रूप में इस्तेमाल किया गया था और उन्होंने लगभग एक हफ्ते पहले ही युद्ध अभियानों में भाग लेना शुरू किया था।

भाषाई बाधाएं और युद्ध की कोऑर्डिनेशन

सैन्य विश्लेषकों का कहना है कि रूसी और उत्तर कोरियाई सैनिकों के बीच भाषा की बाधा के कारण युद्ध की रणनीति और समन्वय में कठिनाई हो सकती है। इसके बावजूद रूस और उत्तर कोरिया के बीच सहयोग जारी है खासकर रूस की सैन्य जरूरतों को पूरा करने के लिए।

अमेरिकी मिसाइलों की तैनाती पर पुतिन का बयान

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को कहा कि यूरोप और एशिया में अमेरिकी मिसाइलों की तैनाती से नए खतरे पैदा हो गए हैं। उन्होंने कहा कि बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के कारण रूस को अपनी सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त कदम उठाने होंगे। पुतिन ने यह भी कहा कि रूस और उसके सहयोगियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह कदम संतुलित और सटीक होंगे ताकि हथियारों की होड़ से बचा जा सके।

यूक्रेन में बढ़ती स्थिति

पिछले साल के मुकाबले रूस को कुर्स्क के अलावा अन्य मोर्चों पर नुकसान का सामना करना पड़ा है। रूस की सेना ने पूर्वी यूक्रेन के डोनेट्स्क क्षेत्र में लगातार बढ़त बनाई है। रूस के रक्षा मंत्री आंद्रेई बेलौसोव ने सोमवार को दावा किया कि रूस की सेना यूक्रेन में लगातार बढ़त हासिल कर रही है और हाल ही में इस प्रक्रिया में तेजी आई है। उन्होंने कहा कि रूस की सेना अब एक दिन में लगभग 30 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर कब्जा कर रही है।

इस प्रकार यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध में उत्तर कोरिया की बढ़ती भूमिका और संघर्ष की जटिलताएँ बढ़ती जा रही हैं जबकि रूस की सेना विभिन्न मोर्चों पर बढ़त हासिल करने की कोशिश कर रही है।

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