Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 23 Jan, 2025 01:53 PM
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में पतंग उड़ाने को लेकर एक नया फतवा जारी किया गया है, जिसमें इसे एक खतरनाक गतिविधि करार दिया गया है। लाहौर के दारुल इफ्ता जामिया नइमिया ने पुलिस विभाग से मशविरे के बाद यह फतवा जारी किया। इस फतवे में कहा गया है कि पतंग...
इंटरनेशनल डेस्क: पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में पतंग उड़ाने को लेकर एक नया फतवा जारी किया गया है, जिसमें इसे एक खतरनाक गतिविधि करार दिया गया है। लाहौर के दारुल इफ्ता जामिया नइमिया ने पुलिस विभाग से मशविरे के बाद यह फतवा जारी किया। इस फतवे में कहा गया है कि पतंग उड़ाना इंसानी जिंदगी को खतरे में डालता है, क्योंकि पतंगों के मांझे से कई लोग घायल हो जाते हैं और कई बार मौतें भी होती हैं। इसी कारण इसे इस्लाम के खिलाफ माना गया है।
हवाई फायरिंग भी होगी सजा का कारण
इसके अलावा, पाकिस्तान में हवाई फायरिंग भी अब गंभीर अपराध मानी जाएगी। यह अक्सर खुशियों के मौके पर की जाती है, लेकिन यह भी जानलेवा साबित हो सकती है। पुलिस ने चेतावनी दी है कि अब इस प्रकार की गतिविधियों को किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पाकिस्तान में एक पहिए पर बाइक चलाना भी अब गैर-इस्लामी करार दिया गया है। यह न केवल बाइक सवार के लिए, बल्कि अन्य सड़क उपयोगकर्ताओं के लिए भी खतरनाक साबित हो सकता है। इसी कारण इसे भी कानून के दायरे में लाया गया है और सजा का प्रावधान किया गया है।
सजा और जुर्माने का प्रावधान
नए कानून के अनुसार, पतंग उड़ाने, एक पहिए पर बाइक चलाने और हवाई फायरिंग में शामिल लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इन अपराधों के दोषी पाए जाने पर उन्हें 7 साल तक की सजा और 50 लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। लाहौर पुलिस ने इन गतिविधियों पर कड़ी नजर रखनी शुरू कर दी है। अब तक सैकड़ों लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जिनमें एक पहिए पर बाइक चलाने वाले 151 लोग, पतंग उड़ाने के 150 मामले और हवाई फायरिंग के 118 आरोपी शामिल हैं। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि अब से इन गतिविधियों में शामिल होने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
क्यों है यह फैसला महत्वपूर्ण?
इस फैसले का उद्देश्य पाकिस्तान में सार्वजनिक सुरक्षा बढ़ाना और लोगों की जान-माल की सुरक्षा करना है। इस्लाम में जीवन की सुरक्षा को सर्वोपरि माना गया है, और ऐसे किसी भी काम पर पाबंदी लगाई जाती है, जो इंसानी जीवन को खतरे में डाल सके। पुलिस और प्रशासन अब इस पर गंभीरता से काम कर रहे हैं और लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है।