Edited By Tanuja,Updated: 08 Mar, 2025 06:20 PM

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, जो वर्तमान में अपने पद के आखिरी दिनों में हैं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कनाडा पर टैरिफ लगाने की धमकी के बाद कैमरे के सामने भावुक हो गए...
International Desk: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, जो वर्तमान में अपने पद के आखिरी दिनों में हैं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कनाडा पर टैरिफ लगाने की धमकी के बाद कैमरे के सामने भावुक हो गए। यह घटना उस समय हुई जब वह अपनी आखिरी मीडिया ब्रीफिंग दे रहे थे, जिसमें उन्होंने अपने 9 साल के प्रधानमंत्री पद के कार्यकाल और ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ के बारे में बात की। ट्रंप के कनाडा पर टैरिफ लगाने के ऐलान ने कनाडाई प्रधानमंत्री को गहरे प्रभाव में डाला, और वह बात करते हुए भावुक हो गए। ट्रूडो ने कहा कि ट्रंप कनाडा की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करना चाहते हैं ताकि कनाडा को अमेरिका में समाहित किया जा सके। इस दौरान उनके चेहरे पर आंसू थे, जो इस बात का संकेत थे कि वह इस नीति के कारण अपने देश के भविष्य को लेकर चिंतित थे।
अपने भाषण में ट्रूडो ने कनाडा के लोगों को आश्वस्त किया कि उन्होंने हमेशा उनकी भलाई को प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा, "मैंने हमेशा यह सुनिश्चित किया कि कनाडा के लोग पहले हों, और इस सरकार के अंतिम दिनों में भी हम आपके साथ हैं। हम आपको निराश नहीं करेंगे।" उन्होंने कनाडाई नागरिकों से जुड़ी अपनी प्रतिबद्धताओं को दोहराया और देश के एकजुटता के महत्व पर बल दिया। ट्रूडो ने जनवरी में घोषणा की थी कि वह प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देंगे, और रविवार को लिबरल पार्टी द्वारा नए नेता का चयन होने के बाद वह पद छोड़ देंगे। उनके लिए यह एक भावनात्मक क्षण था क्योंकि वह कनाडा के प्रधानमंत्री के तौर पर अपने कार्यकाल को समाप्त कर रहे थे, जिसे उन्होंने हमेशा देशवासियों के भले के लिए समर्पित किया।

ट्रंप की धमकी पर बोलते हुए ट्रूडो ने यह भी कहा कि अमेरिका अब सभी देशों से अलग-अलग रिश्ते बना रहा है, जो भविष्य में कनाडा के लिए एक गंभीर चुनौती साबित हो सकता है। उन्होंने ट्रंप पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके प्रशासन का रवैया अन्य देशों के लिए असहनीय हो सकता है। ट्रंप के द्वारा कनाडा पर टैरिफ लगाए जाने की धमकी ने कनाडा की अर्थव्यवस्था पर गहरे असर की आशंका को जन्म दिया है। ट्रूडो ने कहा कि यह संकट आने वाले समय में कनाडा के लिए और भी मुश्किलें पैदा कर सकता है, और उन्हें इस बात का गहरा अफसोस है कि अमेरिका ने ऐसे कदम उठाए हैं जो केवल व्यापारिक नहीं, बल्कि राजनैतिक दृष्टि से भी देशों के रिश्तों को तनावपूर्ण बना सकते हैं।
अपनी अंतिम मीडिया ब्रीफिंग में, ट्रूडो ने यह भी कहा कि उन्होंने हमेशा कनाडा के नागरिकों की भलाई को प्राथमिकता दी है और कनाडा को एकजुट रखने का हर संभव प्रयास किया। उन्होंने इस बात का जोर दिया कि सरकार के अंतिम दिनों में भी उनकी प्राथमिकता देशवासियों की भलाई ही होगी। यह स्थिति निश्चित रूप से कनाडा और अमेरिका के रिश्तों के लिए महत्वपूर्ण मोड़ हो सकती है। ट्रंप के टैरिफ और व्यापारिक युद्ध के बीच ट्रूडो की भावनाओं ने यह स्पष्ट कर दिया कि वह केवल एक राजनेता नहीं, बल्कि एक राष्ट्राध्यक्ष के रूप में कनाडा के हितों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। अब देखना होगा कि नए नेतृत्व के साथ कनाडा की विदेश नीति और व्यापारिक संबंधों का भविष्य क्या होगा।