Edited By Tanuja,Updated: 04 Mar, 2025 12:47 PM

रमजान के पवित्र महीने में पाकिस्तान में महंगाई चरम पर पहुंच गई है। रोजमर्रा की जरूरत की चीजें आम लोगों की पहुंच से बाहर होती जा रही हैं, जिससे जनता में गुस्सा बढ़ता जा रहा है...
इस्लामाबाद: रमजान के पवित्र महीने में पाकिस्तान में महंगाई चरम पर पहुंच गई है। रोजमर्रा की जरूरत की चीजें आम लोगों की पहुंच से बाहर होती जा रही हैं, जिससे जनता में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। खासकर आटा, दाल, चावल और मीट जैसी बुनियादी वस्तुओं के दाम आसमान छू रहे हैं। पाकिस्तान सरकार ने बढ़ती महंगाई को देखते हुए आटे की कीमत तय करने का आदेश दिया है। कराची के कमिश्नर सैयद हसन नकवी की ओर से जारी नए नोटिफिकेशन के मुताबिक अब चक्की आटा 100 रुपये प्रति किलो और फाइन आटा 92 रुपए प्रति किलो मिलेगा। सरकार का यह कदम दुकानदारों द्वारा मनमाने दाम वसूलने पर रोक लगाने और आम लोगों को राहत देने के लिए उठाया गया है।
मीट और अन्य वस्तुओं के दाम भी बढ़े
पाकिस्तान में सिर्फ आटा ही नहीं, बल्कि मांस और अन्य खाद्य पदार्थों की कीमतें भी तेजी से बढ़ रही हैं।
- - चिकन मीट : 700 रुपये प्रति किलो
- - मटन : 2700 रुपये प्रति किलो
- - बीफ : 1200 रुपये प्रति किलो
सरकार का सख्त आदेश
सियालकोट में दो दिन पहले चिकन की कीमत में 107 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी हुई, जिससे जनता में हाहाकार मच गया। सरकारी आदेश के अनुसार, ये नई कीमतें तुरंत लागू होंगी और अगले आदेश तक जारी रहेंगी। सभी दुकानदारों को अपनी दुकानों पर सरकारी रेट लिस्ट लगानी होगी। यदि कोई दुकानदार तय कीमत से अधिक वसूलता है, तो लोग उसकी शिकायत कर सकते हैं।
जनता में नाराजगी
रमजान के महीने में महंगाई के कारण जनता की परेशानी बढ़ गई है। फल, सब्जियां, मीट और अन्य जरूरी सामान की कीमतें अचानक बढ़ गई हैं, जिससे आम आदमी के लिए रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करना मुश्किल हो रहा है। यही वजह है कि सरकार को अब कीमतें नियंत्रित करने जैसे सख्त कदम उठाने पड़ रहे हैं।