Edited By Tanuja,Updated: 12 Jun, 2024 05:59 PM
गधों के मामले में पाकिस्तान दुनिया में तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। पाकिस्तान सरकार के आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24 में बताया गया है कि
इस्लामाबादः गधों के मामले में पाकिस्तान दुनिया में तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। पाकिस्तान सरकार के आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24 में बताया गया है कि पाकिस्तान में पिछले साल के मुकाबले गधों की संख्या में 100,000 की वृद्धि हुई है जिससे से चीन का खुश होना लाजिमी है। इसी के साथ पाकिस्तान में कुल गधों की संख्या 59 लाख तक पहुंच गई है। अब पाकिस्तान सरकार इन गधों का निर्यात कर और अधिक विदेशी मुद्रा कमाने की तैयारी में है। पाकिस्तान हर साल बड़ी संख्या में चीन को गधों का निर्यात करता है। इन गधों का इस्तेमाल चीन में मीट के लिए और पहाड़ी इलाकों में सामान ढोने के लिए किया जाता है।
पाकिस्तान में पशुधन पर जारी नवीनतम आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान देश में गधों की संख्या 1.72 प्रतिशत बढ़कर 59 लाख हो गयी है। मंगलवार को पाकिस्तान आर्थिक सर्वेक्षण (पीईएस) 2023-24 जारी किया गया जिसमें मौजूदा वित्तीय वर्ष में प्रमुख आर्थिक उपलब्धियों पर प्रकाश डाला गया है। इसमें दिखाया गया है कि देश में गधों की संख्या बढ़ रही है। पीईएस में जारी आंकड़ों से पता चलता है कि "बोझ ढोने वाले जानवरों" की संख्या 2019-2020 में 55 लाख थी। यह संख्या 2020-21 में 56 लाख, 2021-22 में 57 लाख और 2022-23 में 58 लाख थी, जबकि 2023-24 में यह बढ़कर 59 लाख हो गई है।
इसमें कहा गया है कि घोड़े और खच्चरों की संख्या में पिछले पांच वर्षों में कोई खास बदलाव नहीं आया है, तथा यह क्रमशः चार लाख और दो लाख है। गधे कई पाकिस्तानियों की आखिरी उम्मीद हैं, खास करके उन लोगों के लिए जो ग्रामीण इलाकों में रहते हैं। ग्रामीण इलाकों में अर्थव्यवस्था इन जानवरों के साथ गहरे से जुड़ी हुई है। पाकिस्तान के वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगजेब द्वारा जारी किए गए इस सर्वेक्षण में अन्य पशुधन का भी ब्यौरा दिया गया है। देश में ऊंटों की संख्या जो पिछले चार वर्षों से स्थिर थी, अब बढ़ गई है। इनकी संख्या पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान 11 लाख से बढ़कर 12 लाख हो गई है। पशुपालन पाकिस्तान की ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। 80 लाख से अधिक ग्रामीण परिवार पशुधन उत्पादन में लगे हुए हैं।