Edited By Tanuja,Updated: 14 Nov, 2024 04:15 PM
पाकिस्तान अपने देश के अनपढ़ और बेरोजगार युवाओं को भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों में शामिल करने के लिए एक खतरनाक योजना पर काम कर रहा है।....
Islamabad: पाकिस्तान अपने देश के अनपढ़ और बेरोजगार युवाओं को भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों में शामिल करने के लिए एक खतरनाक योजना पर काम कर रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और सेना ने मिलकर गरीब और अशिक्षित युवाओं को आतंकवाद की ट्रेनिंग देकर भारत में घुसपैठ कराने की योजना बनाई है। इसके लिए सोशल मीडिया और खास ऐप्स के जरिए इन युवाओं को भ्रामक जानकारी देकर उकसाया जा रहा है, और उन्हें सैलरी के साथ ही कई झूठे वादों से लुभाया जा रहा है। पाकिस्तान द्वारा अपने ही अनपढ़ और गरीब युवाओं का इस्तेमाल आतंकवाद के लिए करना न केवल एक अमानवीय कार्य है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय शांति के लिए भी एक गंभीर खतरा है।
ISI और पाकिस्तानी सेना का मिला-जुला खेल
पाकिस्तानी सेना की स्पेशल सर्विस ग्रुप (SSG) और ISI ने मिलकर एक योजना बनाई है, जिसके तहत देश के गरीब और अनपढ़ लड़कों को आतंकवादी बनने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। कश्मीर के स्थानीय युवकों को उकसाने में असफल रहने के बाद पाकिस्तान अब अपने ही देश के बेरोजगार युवकों को इस जाल में फंसा रहा है। कई सोशल मीडिया ऐप्स और पेड मोबाइल ऐप्स के जरिए इन युवाओं को आतंकवाद के रास्ते पर चलने के लिए प्रलोभन दिए जा रहे हैं।
युवाओं को दिया जा रहा ये लालच
पाकिस्तान द्वारा इन अनपढ़ युवाओं को हर महीने 10-15 हजार रुपये वेतन देने का वादा किया जा रहा है। इसके साथ ही उन्हें यह भी भरोसा दिया जा रहा है कि अगर वे भारत में आतंकी हमलों के दौरान मारे जाते हैं, तो उनके परिवार का ख्याल पाकिस्तानी सेना और आईएसआई रखेंगे। हालांकि, सुरक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, ये वादे केवल दिखावे के लिए होते हैं और मारे गए आतंकियों के परिवारों को कोई सहायता नहीं मिलती।
जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकियों की स्थिति
भारतीय सुरक्षा एजेंसियों से मिली जानकारी के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में वर्तमान में करीब 119 आतंकी सक्रिय हैं। इनमें से 95 आतंकवादी पाकिस्तानी हैं, जबकि बाकी 24 स्थानीय युवक हैं जिन्हें पाकिस्तानी एजेंसियों ने आतंक के रास्ते पर धकेल दिया है। कश्मीर में 79 आतंकियों की मौजूदगी बताई जा रही है, जिसमें से 18 स्थानीय हैं जिन्हें गुमराह करके आतंकी गतिविधियों में शामिल किया गया है।
आतंकियों को हथियार और नकदी की आपूर्ति
पाकिस्तान की तरफ से भेजे जा रहे आतंकियों को आधुनिक हथियार, नकदी और अन्य संसाधन भी मुहैया कराए जा रहे हैं। ये आतंकवादी एके-47 राइफल्स, चाइनीज पिस्टल, ग्रेनेड जैसे खतरनाक हथियारों के साथ सीमा पार घुसपैठ कर रहे हैं। इनके पास मैट्रिक्स शीट और अन्य जरूरी सामग्री भी होती है, ताकि वे अपनी गतिविधियों को अंजाम दे सकें। भारतीय सेना ने इस प्रकार की घुसपैठ को रोकने के लिए सीमा पर और अंदरूनी क्षेत्रों में सघन सर्च ऑपरेशन्स शुरू कर दिए हैं।
2024 में भारतीय सेना की सफलताएं
भारतीय सुरक्षा बलों ने 2024 में अब तक आतंक के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई की है। इस वर्ष अब तक नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर घुसपैठ की कोशिश करते हुए 16 आतंकियों को मार गिराया गया है। इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर के विभिन्न इलाकों में भी 45 आतंकवादियों का सफाया किया गया है। इसके मुकाबले, 2023 में मारे गए आतंकियों की संख्या 12-13 थी, जो यह दर्शाता है कि इस साल आतंकी गतिविधियों में बढ़ोतरी हुई है और सेना की जवाबी कार्रवाई भी तेज हुई है।भारतीय सेना और सुरक्षा एजेंसियां इस साजिश का मुकाबला करने के लिए पूरी तरह से सतर्क हैं और समय-समय पर इन आतंकियों के नापाक इरादों को नाकाम कर रही हैं।