Edited By Tanuja,Updated: 25 May, 2024 05:44 PM
पाकिस्तान में ईशनिंदा के नाम पर हत्याओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।अब ताजा मामले में यहां एक अल्पसंख्यक ईसाई व्यक्ति की ...
पेशावरः पाकिस्तान में ईशनिंदा के नाम पर हत्याओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब ताजा मामले में यहां एक अल्पसंख्यक ईसाई व्यक्ति की ईशनिंदा के आरोप में दिनदहाड़े पीट-पीटकर हत्या कर दी गई, जबकि कट्टरपंथी भीड़ इस बात पर चर्चा कर रही थी कि वह असली निशाना था या नहीं। घटना पाकिस्तान के सरगोधा शहर की है जहां ईसाई मुजाहिद कॉलोनी में तोड़फोड़ की गई, दुकानें लूट ली गईं और चर्च को निशाना बनाया गया। भीड़ ने ईसाई परिवार की जूते की दुकान में भी तोड़फोड़ की और खूब उत्पात मचाया । बता दें कि पाकिस्तान में ईशनिंदा को लेकर बेहद सख्त कानून हैं। इसके चलते कई लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी जाती है।
ऐसा पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान में किसी को ईशनिंदा के आरोप में भीड़ ने मार दिया हो। फरवरी 2023 में भीड़ ने ईशनिंदा के आरोपी को पुलिस स्टेशन से बाहर निकालकर मार डाला था। घटना पंजाब प्रांत के ननकाना साहिब जिले की थी। जब थाने पर हमला हुआ तो पुलिसवाले वहां से भाग खड़े हुए थे।दिसंबर 2021 में ईशनिंदा के आरोप में श्रीलंकाई फैक्ट्री मैनेजर को भीड़ ने पहले पीटकर मार डाला और फिर आग लगा दी थी। दिसंबर 2021 में सियालकोट में ईशनिंदा के आरोप में श्रीलंकाई मैनेजर को जिंदा जला दिया गया था।
इससे पहले दिसंबर 2021 में सियालकोट में ईशनिंदा के आरोप में श्रीलंकाई मैनेजर को जिंदा जला दिया गया था।अप्रैल 2017 में मिशाल खान को मरदान यूनिवर्सिटी में उसके साथियों ने पीट-पीट कर मार दिया था। 2012 में बहावलपुर के पास हिंसक भीड़ ने एक दिमागी रूप से परेशान व्यक्ति को थाने से खींचकर मार दिया था। इसी तरह दादो में भी भीड़ ने थाने में घुसकर ईशनिंदा के आरोपी को जिंदा जलाया था।