Edited By Parminder Kaur,Updated: 27 Oct, 2024 02:31 PM
पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) के बेड़े में 33 विमान थे, लेकिन तकनीकी समस्याओं के कारण अब केवल 16 विमान घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए उपलब्ध हैं। सूत्रों के अनुसार, PIA की संचालन स्थिति प्रबंधन की लापरवाही और विशेष रूप से इंजीनियरिंग...
इंटरनेशनल डेस्क. पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) के बेड़े में 33 विमान थे, लेकिन तकनीकी समस्याओं के कारण अब केवल 16 विमान घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए उपलब्ध हैं।
सूत्रों के अनुसार, PIA की संचालन स्थिति प्रबंधन की लापरवाही और विशेष रूप से इंजीनियरिंग विभाग की अनदेखी के कारण बिगड़ गई है। 33 विमानों में से केवल 16 उड़ान के लिए तैयार हैं, जबकि करीब 17 विमान विभिन्न कारणों से ग्राउंडेड हैं, जैसे स्पेयर पार्ट्स की कमी और इंजन चेक। इसमें PIA के पास मौजूद नौ लंबी दूरी के बोइंग 777 विमानों में से कई भी शामिल हैं।
सूत्रों ने बताया कि PIA के पास Inactive विमानों की मरम्मत या स्पेयर पार्ट्स खरीदने के लिए संसाधनों की कमी है, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई है। पाकिस्तान के संचार मंत्रालय के सचिव गुल आसगर खान ने बुधवार को संसद में बताया कि राज्य-स्वामित्व वाली PIA कॉर्पोरेशन की अंतिम नीलामी 30 अक्टूबर को होगी।
गुल आसगर खान के अनुसार, पीआईए का निजीकरण एक विस्तृत प्रक्रिया है, जो फरवरी 2024 में शुरू की गई थी और 30 अक्टूबर को पूरी होने की उम्मीद है। PIA पर लगभग 2.9 अरब डॉलर का भारी कर्ज है। सरकार द्वारा पिछले वर्षों में कई bailout पैकेज दिए जाने के बावजूद PIA अपनी स्थिति को बनाए रखने में संघर्ष कर रहा है।
सरकार एयरलाइंस का निजीकरण करने का लक्ष्य रख रही है, जिसमें बिक्री के लिए छह बिडर्स को पहले ही योग्य घोषित किया गया है। यह निजीकरण प्रयास अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की सिफारिशों के अनुसार किया जा रहा है, जिसमें कहा गया है कि पाकिस्तान को सभी घाटे में चल रहे राज्य-स्वामित्व वाले उपक्रमों को बेचना चाहिए ताकि अर्थव्यवस्था को स्थिर किया जा सके। हाल की घटनाओं के कारण कंपनी पर भरोसा हासिल करना कठिन हो रहा है, जबकि यह राष्ट्रीय खजाने पर भारी बोझ डाल रही है।