Edited By Tanuja,Updated: 07 Jul, 2024 04:55 PM
कंगाल पाकिस्तान की आर्थिक मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं और पाक के अपने ही बैंक ने देश के बदतर हालात की पोल खोल दी है। पाकिस्तान...
इस्लामाबादः कंगाल पाकिस्तान की आर्थिक मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं और पाक के अपने ही बैंक ने देश के बदतर हालात की पोल खोल दी है। पाकिस्तान स्टेट बैंक (SBP) ने बताया है कि देश का कुल कर्ज रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया और मई 2024 तक देश का कुल कर्ज 67.816 ट्रिलियन रुपए के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। पाकिस्तान के न्यूज पोर्टल ARY न्यूज kr रिपोर्ट में पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक से जारी आंकड़ों के हवाले से बताया गया है कि संघीय सरकार का कुल कर्ज एक साल में 15 प्रतिशत बढ़ गया है। इसमें 8852 अरब रुपए की वृद्धि हुई है।
SBP ने बताया कि 2023 में देश का कुल कर्ज 58,964 अरब रुपए था, जो अप्रैल 2024 में बढ़कर 66,086 अरब रुपए हो गया। केंद्रीय बैंक के आंकड़ों के अनुसार पाकिस्तान का घरेलू कर्ज भी 46,208 अरब रुपए के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। पाकिस्तान स्टेट बैंक ने बताया कि नया पाकिस्तान सर्टिफिकेट में वार्षिक कर्ज में 37.51 प्रतिशत की कमी आई है और यह 87 अरब रुपए हो गया है। केंद्रीय बैंक ने संघीय सरकार के बाहरी कर्ज में भी 1.4 प्रतिशत की कमी दर्ज की है। यह 21,908 अरब रुपए से घटकर 21,608 रुपए हो गया है। पाकिस्तान ने वित्त वर्ष 2023-24 के पहले नौ महीनों में 5.517 ट्रिलियर रुपए का कर्ज चुकाया है।
वित्त मंत्रालय के आधिकारिक दस्तावेज के हवाले से ARY न्यूज ने बताया कि पाकिस्तान ने घरेलू ऋण सेवा में 4807 अरब रुपए और अंतरराष्ट्रीय कर्ज में 710 अरब रुपये का भुगतान किया। जुलाई से मार्च की अवधि के लिए संघीय सरकार ने कुल 9.1 ट्रिलियन राजस्व प्राप्त किया, जिसमें से केंद्र ने प्रांतों को 3.8 ट्रलियन रुपये दिए। इस तरह पाकिस्तान की संघीय सरकार के पास 5.3 ट्रिलियन रुपए शुद्ध राजस्व रहे। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत को वित्त वर्ष 2023-24 में जुलाई-मार्च के दौरान एनएफसी पुरस्कार के तहत 1865 अरब रुपए मिले, जबकि सिंध को बंटवारे में 946 अरब रुपए मिले। खैबर पख्तूनख्वा को 623 अरब रुपए और बलूचिस्तान को 379 अरब रुपए दिए गए।