Edited By Tanuja,Updated: 25 Jul, 2024 02:58 PM
पासपोर्ट इंडेक्स जारी करने वाली संस्था हेनले एंड पार्टनर्स की रैंकिंग में पाकिस्तान का सबसे खराब प्रदर्शन रहा। इस रैंक में एशियाई देश...
International Desk: पासपोर्ट इंडेक्स जारी करने वाली संस्था हेनले एंड पार्टनर्स की रैंकिंग में पाकिस्तान का सबसे खराब प्रदर्शन रहा। इस रैंक में एशियाई देश सिंगापुर का पासपोर्ट सबसे शक्तिशाली है, वहीं भारत ने इस लिस्ट में 82 वां स्थान हासिल किया है, ये पिछले साल से बेहतर है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, लगातार चौथे साल पाकिस्तानी पासपोर्ट ने खराब स्थान पर अपनी जगह बनाए रखी है।पाकिस्तान को दुनिया के चौथे सबसे कमजोर पासपोर्ट के रूप में स्थान दिया है। पाकिस्तान का पासपोर्ट 100वें स्थान पर है, जो 33 देशों में वीजा फ्री एंट्री देता है। हालांकि पाकिस्तान की रैकिंग इराक (101), सीरिया (102) और अफगानिस्तान (103) से ऊपर है।
हेनले एंड पार्टनर्स द्वारा जारी की गई पासपोर्ट इंडेक्स 2024 में पाकिस्तान की स्थिति बेहद निराशाजनक रही है। इस रैंकिंग में पाकिस्तान लगातार चौथे साल सबसे निचले पायदानों पर बना हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान का पासपोर्ट 100वें स्थान पर है, जो दुनिया के चौथे सबसे कमजोर पासपोर्ट के रूप में जाना जाता है। यह पासपोर्ट केवल 33 देशों में वीजा फ्री एंट्री की सुविधा देता है। पाकिस्तान की रैंकिंग इराक (101), सीरिया (102) और अफगानिस्तान (103) से ऊपर है, लेकिन फिर भी इसे अत्यंत कमजोर पासपोर्ट माना गया है।
दूसरी ओर, एशियाई देश सिंगापुर का पासपोर्ट हेनले पासपोर्ट इंडेक्स 2024 में सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट के रूप में उभरा है। भारत ने इस लिस्ट में 82वां स्थान हासिल किया है, जो पिछले साल की तुलना में बेहतर है। यह दर्शाता है कि भारतीय पासपोर्ट की विश्वसनीयता और प्रतिष्ठा में सुधार हुआ है। बता दें कि हेनले पासपोर्ट इंडेक्स वैश्विक स्तर पर पासपोर्ट की ताकत को मापने का एक महत्वपूर्ण साधन है। यह रैंकिंग विभिन्न देशों के नागरिकों के यात्रा स्वतंत्रता को दर्शाती है और विश्वभर में उनकी प्रतिष्ठा को मापती है। इस प्रकार, हेनले पासपोर्ट इंडेक्स 2024 में पाकिस्तान की स्थिति चिंताजनक है, जबकि सिंगापुर और भारत ने अपनी स्थिति में सुधार किया है।