Edited By Tanuja,Updated: 18 Aug, 2024 03:03 PM
हाल ही में पाकिस्तान (Pakistan) की सीनेट की स्थायी समिति की बैठक में यह खुलासा हुआ कि खाड़ी देशों (Gulf Countries) के नियोक्ता पाकिस्तानी
Dubai: हाल ही में पाकिस्तान (Pakistan) की सीनेट की स्थायी समिति की बैठक में यह खुलासा हुआ कि खाड़ी देशों (Gulf Countries) के नियोक्ता पाकिस्तानी कर्मचारियों को उनके अनुचित व्यवहार और अपराध दर के कारण नजरअंदाज कर रहे हैं। यह प्रवृत्ति पाकिस्तानी श्रमिकों की कमी, कौशल की कमी और बढ़ती अपराध दर के कारण उत्पन्न हो रही है। खाड़ी देशों में पाकिस्तानी श्रमिकों की जगह अब बांग्लादेश जैसे अन्य देशों के कर्मचारियों को वरीयता दी जा रही है। यूएई और अन्य खाड़ी देशों के अधिकारियों ने भी पाकिस्तानी प्रवासियों के अनुचित व्यवहार पर चिंता जताई है, जिससे उनकी छवि और अधिक खराब हो रही है।
UAE में पाकिस्तानी प्रवासियों द्वारा दुबई में महिलाओं की सहमति के बिना वीडियो बनाने जैसी घटनाओं के कारण, यूएई में पाकिस्तानी श्रमिकों की छवि पर बुरा प्रभाव पड़ा है। सीनेट समिति ने पाकिस्तानी सरकार पर इस क्षेत्र की संभावनाओं को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है। पाकिस्तान के प्रवासी पाकिस्तानी और मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सचिव अरशद महमूद ने खाड़ी देशों में पाकिस्तानी श्रमिकों की स्थिति को निराशाजनक बताया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी श्रमिकों का एक बड़ा हिस्सा अकुशल है, जिससे विदेशों में उनकी रोजगार संभावनाएं घट रही हैं।
सऊदी अरब (Saudi Arabia) और कुवैत (Kuwait) जैसे खाड़ी देशों ने पाकिस्तानी श्रमिकों के अनुचित व्यवहार और कर्तव्यों को निभाने में विफलता के कारण उनके खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। सऊदी अरब ने यहां तक कि श्रमिकों के लिए एक परीक्षा पास करना अनिवार्य कर दिया है। सीनेटर नासिर अब्बास ने इराक और इटली में अवैध रूप से रह रहे पाकिस्तानी प्रवासियों की स्थिति पर चिंता व्यक्त की है। इटली में कई पाकिस्तानी खुद को गैर-पाकिस्तानी बताकर वहां रह रहे हैं, जिससे पाकिस्तान की छवि पर भी असर पड़ा है। सीनेट समिति के सदस्यों ने पाकिस्तानी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि वह प्रवासी पाकिस्तानियों की क्षमताओं का सही तरीके से दोहन करने में विफल रही है, जिससे देश को वैश्विक स्तर पर शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है।