Edited By Rohini Oberoi,Updated: 11 Mar, 2025 09:56 AM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर मॉरीशस पहुंचे। पोर्ट लुईस एयरपोर्ट पर पीएम मोदी का भव्य स्वागत किया गया। मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम, उप प्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश, नेशनल असेंबली के स्पीकर, विपक्ष के नेता और अन्य...
नेशनल डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर मॉरीशस पहुंचे। पोर्ट लुईस एयरपोर्ट पर पीएम मोदी का भव्य स्वागत किया गया। मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम, उप प्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश, नेशनल असेंबली के स्पीकर, विपक्ष के नेता और अन्य शीर्ष नेता भी इस स्वागत कार्यक्रम में मौजूद थे। पीएम मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और पीएम नवीन रामगुलाम ने उन्हें माला पहनाकर गले लगाकर स्वागत किया।
प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत के लिए एयरपोर्ट पर लगभग 200 गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति थी जिनमें सांसद, विधायक, राजनयिक और धार्मिक नेता शामिल थे। पीएम मोदी की यह यात्रा मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने के लिए हो रही है। इसके साथ ही वह मॉरीशस के नेताओं के साथ बैठक करेंगे और द्वीपीय देश में कई परियोजनाओं पर चर्चा करेंगे।
अपने स्वागत के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट किया, "मॉरीशस पहुंच चुका हूं। मुझे प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम का एयरपोर्ट पर स्वागत करने के लिए आभार व्यक्त करता हूं। यह यात्रा एक मूल्यवान मित्र से मिलने और सहयोग के नए रास्ते तलाशने का शानदार अवसर है। आज मैं राष्ट्रपति धरम गोखूल और प्रधानमंत्री रामगुलाम से मिलूंगा और सामुदायिक कार्यक्रम को संबोधित करूंगा।"

PM मोदी की यात्रा के मुख्य उद्देश्य
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम के निमंत्रण पर हो रही है। इस यात्रा के दौरान भारत और मॉरीशस कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे। ये समझौते दक्षता विकास, व्यापार और सीमा पार वित्तीय अपराधों से निपटने के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए होंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने यात्रा से पहले कहा था कि यह यात्रा दोनों देशों के संबंधों में एक नया अध्याय जोड़ेगी और हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा और विकास के लिए स्थायी मित्रता को मजबूत करेगी।
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भारत और मॉरीशस के रिश्ते
भारत और मॉरीशस के बीच मजबूत समुद्री सुरक्षा और व्यापारिक संबंध हैं। भारत मॉरीशस का एक प्रमुख व्यापारिक साझेदार है और दोनों देशों के बीच हाल ही में 2021 में एक व्यापक आर्थिक सहयोग और साझेदारी समझौता हुआ था। यह समझौता दोनों देशों के बीच 15 वर्षों की वार्ता के बाद हुआ था और यह भारत और किसी अफ्रीकी देश के बीच पहला व्यापारिक समझौता था।
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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "मॉरीशस हिंद महासागर में हमारा करीबी समुद्री पड़ोसी है और हम इतिहास, भूगोल और संस्कृति से आपस में जुड़े हुए हैं। हमारी साझेदारी हमारे आपसी विश्वास, लोकतांत्रिक मूल्यों और विविधता में गर्व पर आधारित है।"
27 साल पहले PM मोदी की पहली मॉरीशस यात्रा
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी 27 साल पहले की मॉरीशस यात्रा की यादें साझा कीं जब वह भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव थे। उस समय उन्होंने मॉरीशस में अंतरराष्ट्रीय रामायण सम्मेलन में भाग लिया था। पीएम मोदी ने इस अवसर पर कहा कि भारत और मॉरीशस के बीच सांस्कृतिक, भाषाई और ऐतिहासिक संबंध बहुत गहरे हैं और यह यात्रा उस संबंध को और मजबूत करेगी।

भारत और मॉरीशस के बीच आर्थिक सहयोग
मॉरीशस भारत का एक महत्वपूर्ण व्यापारिक भागीदार है। 2023-24 में, मॉरीशस, सिंगापुर के बाद भारत में विदेशी निवेश का दूसरा सबसे बड़ा स्रोत बनकर उभरा है। भारत और मॉरीशस के बीच समुद्री सुरक्षा, विकास और क्षमता निर्माण में करीबी सहयोग है और कई विकास परियोजनाएं भारत की मदद से मॉरीशस में बनी हैं।
वहीं कहा जा सकता है कि प्रधानमंत्री मोदी की मॉरीशस यात्रा दोनों देशों के बीच मजबूत और घनिष्ठ संबंधों को और मजबूती प्रदान करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। इस यात्रा से व्यापार, सुरक्षा और सांस्कृतिक संबंधों में वृद्धि की संभावना है साथ ही मोदी की नेतृत्व में भारत और मॉरीशस के बीच साझेदारी और सहयोग के नए अवसरों का द्वार खुल सकता है।