AI खाने लगा नौकरियां !  रेडियो स्टेशन ने पत्रकारों को किया बर्खास्त, "आभासी प्रस्तोताओं '' ने शुरू किया प्रसारण

Edited By Tanuja,Updated: 24 Oct, 2024 02:49 PM

polish radio station replaces journalists with ai presenters

कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के जहां फायदे हैं वहीं इसके नुसान भी सामने आने लगे हैं। सबसे बड़ा नुकसान उन लोगों को हो रहा है जिनकी AI की वजह से नौकरियां जाने लगी हैं। एक रेडियो स्टेशन ने अपने पत्रकारों को बर्खास्त कर दिया ...

International Desk:  कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के जहां फायदे हैं वहीं इसके नुसान भी सामने आने लगे हैं। सबसे बड़ा नुकसान उन लोगों को हो रहा है जिनकी AI की वजह से नौकरियां जाने लगी हैं। पोलैंड के एक रेडियो स्टेशन ने अपने पत्रकारों को बर्खास्त कर दिया और इस सप्ताह कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) तकनीक के जरिये तैयार ‘‘प्रस्तोताओं'' के साथ फिर से प्रसारण शुरू किया है जिससे विवाद खड़ा हो गया। अपने पत्रकारों को बर्खास्त किए जाने के कुछ सप्ताह बाद ‘ऑफ रेडियो क्राकोव' ने इस सप्ताह फिर से प्रसारण शुरू किया। रेडियो स्टेशन ने कहा कि यह ‘‘पोलैंड में इस तरह का पहला प्रयोग है जिसमें पत्रकार...AI द्वारा निर्मित आभासी पात्र हैं''।

 

 स्टेशन प्रमुख मार्सिन पुलित ने एक बयान में कहा, ‘‘क्या कृत्रिम बुद्धिमत्ता मीडिया, रेडियो और पत्रकारिता के लिए एक मौका है या खतरा? हम इस सवाल का जवाब तलाशेंगे।'' इस बदलाव ने देशभर का ध्यान तब खींचा जब पत्रकार और फिल्म समीक्षक माटेउज डेमस्की ने मंगलवार को एक खुला पत्र प्रकाशित किया जिसमें ‘‘कर्मचारियों के स्थान पर कृत्रिम बुद्धिमत्ता तकनीक से तैयार कर्मियों को लाएजाने का'' विरोध किया गया। उन्होंने पत्र में कहा, ‘‘यह एक खतरनाक मिसाल है जो हम सभी को प्रभावित करती है''। उन्होंने दलील दी कि यह ‘‘ऐसी दुनिया का रास्ता खोल सकती है जिसमें मीडिया क्षेत्र से वर्षों से जुड़े अनुभवी कर्मचारी और रचनात्मक उद्योगों में कार्यरत लोगों की जगह मशीनें ले लेंगी।'' 

 

रचनात्मक उद्योग, उन व्यवसायों को कहते हैं जिनमें रचनात्मकता की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इनमें कला, संगीत, फिल्म, डिजाइन, प्रकाशन, वास्तुकला, शिल्प, दृश्य कला, फैशन, टीवी, रेडियो, विज्ञापन, साहित्य, कंप्यूटर गेम और प्रदर्शन कला जैसे क्षेत्र शामिल हैं। डेमस्की ने ‘एसोसिएटेड प्रेस' को बताया कि बुधवार सुबह तक 15 हजार से अधिक लोगों ने पत्र पर हस्ताक्षर किये। उन्होंने कहा कि यह कदम विशेष रूप से चौंकाने वाला है क्योंकि प्रसारणकर्ता करदाताओं द्वारा समर्थित एक सार्वजनिक स्टेशन है। पुलित ने कहा कि किसी भी पत्रकार को एआई के कारण नहीं निकाला गया बल्कि इसलिए निकाला गया क्योंकि उसके श्रोताओं की संख्या ‘‘शून्य के करीब थी''। 

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