Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 05 Jan, 2025 11:46 AM
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल के खिलाफ राजनीतिक संकट गहरा गया है। रविवार को सियोल में हजारों प्रदर्शनकारी महाभियोग लगाए गए राष्ट्रपति की गिरफ्तारी के पक्ष में और विरोध में सड़कों पर उतर आए।
इंटरनेशनल डेस्क: दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल के खिलाफ राजनीतिक संकट गहरा गया है। रविवार को सियोल में हजारों प्रदर्शनकारी महाभियोग लगाए गए राष्ट्रपति की गिरफ्तारी के पक्ष में और विरोध में सड़कों पर उतर आए। इन प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यून का कार्रवाई के दौरान गलत व्यवहार देश की संविधान को खतरे में डाल रहा है। इस बीच, उनकी गिरफ्तारी के लिए जारी वारंट की समय सीमा सोमवार रात आधी रात को समाप्त हो रही है।
कई समूहों ने यून के आधिकारिक आवास के पास प्रदर्शन किए। कुछ समूहों ने राष्ट्रपति की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की, जबकि अन्य उनकी रक्षा कर रहे थे। यून पर मार्शल लॉ घोषित करने का आरोप है, जिससे देश में राजनीतिक अराजकता फैल गई। यह दक्षिण कोरिया का पहला ऐसा मामला है, जिसमें राष्ट्रपति को गिरफ्तार करने का प्रयास किया गया।
सियोल के डाउनटाउन में भारी बर्फबारी के बीच प्रदर्शन हुए, जिसमें तापमान शून्य से 5 डिग्री सेल्सियस (23 डिग्री फ़ारेनहाइट) तक गिर गया। इस दौरान कोरियाई ट्रेड यूनियनों के परिसंघ (KCTU) ने राष्ट्रपति के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की। इसके अलावा, यून के समर्थकों ने उनके पक्ष में भी रैलियां निकालीं।
राजधानी में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर कड़ी कार्रवाई की। इस संकट से यह स्पष्ट है कि दक्षिण कोरिया में राजनीतिक असंतोष बढ़ता जा रहा है, और यह संकट अब एक और बड़े टकराव की ओर बढ़ सकता है।