Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 14 Feb, 2025 04:43 PM
![pope francis health suddenly deteriorated admitted to hospital in rome](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_16_40_182731681pop-ll.jpg)
14 फरवरी, 2025 को पोप फ्रांसिस को रोम के जेमेली पॉलीक्लिनिक में भर्ती किया गया है। उन्हें ब्रोंकाइटिस के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है। इसके साथ ही अन्य स्वास्थ्य जांच भी की जा रही हैं। यह कदम उनकी सांस संबंधित समस्या के बढ़ने की वजह से...
इंटरनेशनल डेस्क: 14 फरवरी, 2025 को पोप फ्रांसिस को रोम के जेमेली पॉलीक्लिनिक में भर्ती किया गया है। उन्हें ब्रोंकाइटिस के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है। इसके साथ ही अन्य स्वास्थ्य जांच भी की जा रही हैं। यह कदम उनकी सांस संबंधित समस्या के बढ़ने की वजह से उठाया गया है। पोप फ्रांसिस पहले से कई स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं और इस वजह से वे अक्सर अपने भाषणों के दौरान सहयोगियों से मदद भी लेते हैं।
क्या है ब्रोंकाइटिस और पोप की सेहत पर इसका असर
ब्रोंकाइटिस एक श्वसन तंत्र से जुड़ी बीमारी है, जिसमें फेफड़ों में सूजन और जलन हो जाती है, जिससे सांस लेने में कठिनाई होती है। पोप फ्रांसिस की उम्र 88 वर्ष है और इस उम्र में उनकी स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ चुकी हैं। विशेष रूप से, फेफड़ों की सर्जरी के कारण वे पहले से ही श्वसन संक्रमणों के लिए संवेदनशील हैं। उनके शरीर में पहले से मौजूद साइटिका दर्द और घुटने की समस्या ने उनकी स्थिति को और जटिल बना दिया है।
पोप फ्रांसिस का स्वास्थ्य कैसा रहता है?
पोप फ्रांसिस की सेहत हमेशा ही चर्चाओं में रही है। कुछ साल पहले, उन्होंने अपने फेफड़ों के एक हिस्से को अर्जेंटीना में रहते हुए हटवाया था, जिसके कारण वे श्वसन संक्रमणों के प्रति ज्यादा संवेदनशील हो गए। इसके अलावा, 2021 में उन्हें कोलन ऑपरेशन भी करवाना पड़ा था। मार्च 2023 में ब्रोंकाइटिस की वजह से उन्हें फिर से अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था, जहां वे तीन रातों तक भर्ती रहे। पोप के स्वास्थ्य से जुड़ी यह समस्याएं उनकी लंबी उम्र और शारीरिक मेहनत का संकेत हैं, लेकिन साथ ही यह भी दिखाती हैं कि उनका शरीर कई मुश्किलों का सामना कर रहा है।
पोप फ्रांसिस का प्रभावशाली जीवन
पोप फ्रांसिस का असली नाम जॉर्ज मारियो बर्गोग्लियो है। वे कैथोलिक चर्च के वर्तमान प्रमुख हैं और रोम के बिशप के रूप में कार्य कर रहे हैं। पोप बनने से पहले, वे अर्जेंटीना में जेसुइट पादरी रहे थे और बाद में वे ब्यूनस आयर्स के आर्कबिशप बने थे। 2013 में पोप बेनेडिक्ट XVI के इस्तीफे के बाद, बर्गोग्लियो को उनके उत्तराधिकारी के रूप में चुना गया था। पोप फ्रांसिस अपने फैसलों और कार्यों से हमेशा चर्च और दुनिया में एक सकारात्मक प्रभाव छोड़ते आए हैं। पोप फ्रांसिस का जीवन संघर्ष और सेवा का प्रतीक है। अर्जेंटीना में अपनी युवावस्था में, उन्होंने एक बाउंसर और चौकीदार के रूप में काम किया था। इसके बाद, उन्होंने खाद्य विज्ञान प्रयोगशाला में तकनीशियन के रूप में काम किया। उनका जीवन एक उदाहरण है कि कैसे एक साधारण व्यक्ति, अपने कठिन संघर्षों के बावजूद, दुनिया में एक बड़ा बदलाव ला सकता है।
पोप फ्रांसिस का परिवार और जन्म स्थान
पोप फ्रांसिस का जन्म 17 दिसंबर 1936 को फ्लोरेस, अर्जेंटीना में हुआ था। वह मारियो जोस बर्गोग्लियो और रेजिना मारिया सिवोरी के पांच बच्चों में सबसे बड़े हैं। उनके परिवार ने हमेशा उन्हें समर्थन दिया, और यह परिवारिक मूल्य उन्हें अपनी ज़िन्दगी में सच्चे उद्देश्य की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करते रहे।