Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 10 Jan, 2025 09:21 PM
रूस और अमेरिका के रिश्तों में आने वाले समय में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव हो सकते हैं, अगर पुतिन और ट्रंप के बीच बातचीत सफल होती है। दोनों नेताओं के बीच संवाद और राजनीतिक इच्छाशक्ति की आवश्यकता है, ताकि यूक्रेन संकट जैसे जटिल मुद्दों का समाधान निकाला जा...
इंटरनेशनल डेस्क: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच संभावित वार्ता के लिए रूस तैयार है, बशर्ते दोनों पक्ष बातचीत के माध्यम से मौजूदा समस्याओं को हल करने की इच्छा रखते हों। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने इस संबंध में शुक्रवार को बयान दिया और कहा कि पुतिन ट्रंप के साथ बिना किसी पूर्व शर्त के बातचीत करने को तैयार हैं।
पेसकोव ने कहा कि दोनों नेताओं को किसी विशेष शर्त की आवश्यकता नहीं है और भविष्य की वार्ता को लेकर सकारात्मक माहौल बना हुआ है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पुतिन और ट्रंप के बीच वार्ता के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति जरूरी होगी, और यदि यह इच्छाशक्ति बनी रहती है, तो बैठक का आयोजन किया जाएगा। क्रेमलिन प्रवक्ता ने कहा, "हम देख रहे हैं कि ट्रंप भी बातचीत के लिए तैयार हैं, और हम इसका स्वागत करते हैं।"
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ट्रंप का विचार, रूस से बातचीत के लिए हुए तैयार
ट्रंप ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि उन्हें यह उम्मीद है कि रूस से वार्ता के दौरान कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। ट्रंप ने कहा, "मुझे लगता है कि पुतिन मुझसे मिलना चाहेंगे, और यह बैठक उनके उद्घाटन के बाद ही उचित होगी।" उन्होंने यूक्रेन की नाटो सदस्यता को लेकर राष्ट्रपति जो बिडेन के रुख पर भी सवाल उठाया और कहा कि रूस के लिए यह एक बड़ा मुद्दा है। ट्रंप ने रूस की भावनाओं को समझते हुए कहा कि कई सालों से यह मुद्दा उनके लिए चिंता का विषय है।
यूक्रेन संकट पर ट्रंप का नजरिया क्या है?
ट्रंप ने यूक्रेन के नाटो सदस्यता के मुद्दे को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन की रणनीति पर आलोचना की। उनका कहना था कि बिडेन की नीतियों से रूस के साथ संघर्ष और भी बढ़ सकता है। ट्रंप ने कहा, "यूक्रेन के नाटो में शामिल होने का सवाल रूस के लिए हमेशा एक संवेदनशील मुद्दा रहा है। इसे लेकर अमेरिका को सोच-समझकर कदम उठाना चाहिए।"
संघर्ष को खत्म करने की इच्छा
पिछले महीने ट्रंप ने यह भी कहा था कि वह रूस और यूक्रेन के राष्ट्रपति से युद्ध को समाप्त करने के लिए बात करेंगे। ट्रंप ने कहा, "हम इस नरसंहार को रोक सकते हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि इस संघर्ष को खत्म किया जा सकता है, लेकिन इसके लिए ठोस प्रयासों की जरूरत होगी।" ट्रंप ने बिडेन प्रशासन द्वारा यूक्रेन को दी गई सैन्य सहायता की आलोचना करते हुए इसे युद्ध के और बढ़ने का कारण बताया।