Edited By Tanuja,Updated: 12 Nov, 2024 01:02 PM
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो की अमेरिका यात्रा के दौरान डोनाल्ड ट्रंप को फोन पर बधाई देने का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है...
International Desk: इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो की अमेरिका यात्रा के दौरान डोनाल्ड ट्रंप को फोन पर बधाई देने का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। हाल ही में प्रबोवो सुबियांतो ने नवनिर्वाचित अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को उनकी ऐतिहासिक जीत पर बधाई दी और इस बातचीत के दौरान कई दिलचस्प बातें भी साझा कीं। प्रबोवो सुबियांतो, जो कि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति हैं और दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम देश का नेतृत्व कर रहे हैं, इस समय अमेरिका के आधिकारिक दौरे पर वॉशिंगटन पहुंचे हैं। मंगलवार को उनकी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ भी महत्वपूर्ण बैठक होनी है, जिसमें दोनों देशों के आपसी सहयोग पर चर्चा होगी।
ट्रंप को बधाई देने के लिए राष्ट्रपति सुबियांतो ने फोन किया और इस बातचीत का वीडियो उन्होंने सोशल मीडिया पर साझा किया, जो तेजी से वायरल हो गया। वीडियो में सुबियांतो ने ट्रंप से कहा, "अगर संभव हुआ तो मैं खुद आपको फोन करूंगा और जहां भी आप होंगे, वहां पहुंचकर मिलकर आपको बधाई दूंगा।" इसपर ट्रंप ने प्रसन्नता जाहिर की और कहा, "आप जब चाहें मुझसे मिल सकते हैं, हम तैयार हैं।" ट्रंप ने अपनी जीत पर खुशी व्यक्त करते हुए इसे "पिछले 100 वर्षों में सबसे बड़ी जीत" बताया।इस बातचीत के दौरान सुबियांतो ने ट्रंप पर हुए हमलों को लेकर भी चिंता व्यक्त की और कहा, "गनीमत है कि आपकी जान बच गई।" ट्रंप ने इसे स्वीकार करते हुए कहा, "हां, मैं भाग्यशाली था कि सही जगह और सही दिशा में था, नहीं तो आज मैं आपसे बात ना कर रहा होता।"
इस बयान ने दोनों नेताओं के बीच एक अनौपचारिक और गहरे संबंध को उजागर किया। प्रबोवो सुबियांतो ने राष्ट्रपति पद संभालने के बाद सबसे पहले चीन का दौरा किया था। लेकिन उन्होंने ट्रंप से बातचीत के दौरान स्पष्ट किया कि उनकी नीति किसी एक देश की तरफ झुकने की नहीं है। उन्होंने कहा कि वह संतुलित संबंधों पर विश्वास रखते हैं और किसी भी देश के दबाव में नहीं आएंगे। इस वीडियो के सामने आने के बाद, सोशल मीडिया पर लोग इंडोनेशियाई राष्ट्रपति के इस साहसिक रुख और ट्रंप के साथ उनकी खुलकर की गई बातचीत की सराहना कर रहे हैं। इसे दोनों देशों के संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम के रूप में देखा जा रहा है।