Edited By Rohini Oberoi,Updated: 27 Jan, 2025 03:30 PM
विश्व आर्थिक मंच की पांच-दिवसीय वार्षिक बैठक शुक्रवार को समाप्त हुई। विश्व आर्थिक मंच की इस सलाना बैठक में 130 देशों के 3,000 से अधिक दुनियाभर के नेताओं ने भी हिस्सा लिया लेकिन इस सम्मेलन के खत्म होने के बाद एक रिपोर्ट ने पूरी दुनिया में तहलका मचाकर...
इंटरनेशनल डेस्क। विश्व आर्थिक मंच की पांच-दिवसीय वार्षिक बैठक शुक्रवार को समाप्त हुई। विश्व आर्थिक मंच की इस सलाना बैठक में 130 देशों के 3,000 से अधिक दुनियाभर के नेताओं ने भी हिस्सा लिया लेकिन इस सम्मेलन के खत्म होने के बाद एक रिपोर्ट ने पूरी दुनिया में तहलका मचाकर रख दिया है। बताया जा रहा है कि दावोश में विश्व आर्थिक मंच में शामिल होने आए लोगों ने जमकर सेक्स पार्टियां की हैं।
एस्कॉर्ट एजेंसियों ने खुलासा किया है कि इस कार्यक्रम में सेक्स पार्टियों, वेश्याओं और ट्रांससेक्सुअल महिलाओं के लिए खूब मांग रही। आइए आपको बतातें है कि इस पूरे मामले का आखिरकार काला सच क्या है?
डब्ल्यूईएफ में सेक्स पार्टियों का खुलासा
रिपोर्ट में दावा किया है कि दावोस में डब्ल्यूईएफ के दौरान दुनिया के सबसे अमीर लोगों ने सेक्स पार्टियों और एस्कॉर्ट्स (वेश्याओं) की सेवाएं बड़े पैमाने पर लीं।
इस साल की बैठक में लगभग 3,000 व्यापारिक और राजनीतिक नेता शामिल हुए थे लेकिन इसके साथ ही सेक्स पार्टियों और ट्रांसजेंडर महिलाओं की भारी मांग भी चर्चा का विषय बन गई।
कैसे हुई सेक्स पार्टियों की मांग?
एक वेबसाइट, जो "डेट्स यू पे फॉर" (भुगतान कर मिलने वाले साथी) की सेवा प्रदान करती है ने खुलासा किया कि इस आयोजन के दौरान कई लोगों ने सेक्स ऑर्गी (समूह सेक्स पार्टियों) का आयोजन किया।
Titt4Tat नाम की एक एस्कॉर्ट एजेंसी के प्रवक्ता एंड्रियास बर्गर ने बताया कि इस साल दावोस और आसपास के इलाकों में 300 महिलाओं और ट्रांस महिलाओं को बुक किया गया। यह संख्या पिछले साल की 170 महिलाओं से काफी ज्यादा थी।
एस्कॉर्ट्स की बढ़ी मांग
एस्कॉर्ट एजेंसी लिया मॉडल्स ने बताया कि डब्ल्यूईएफ जैसे बड़े आयोजनों में एस्कॉर्ट्स की मांग बहुत बढ़ जाती है क्योंकि इस बैठक में दुनिया भर से कई अमीर और उच्च-श्रेणी के लोग आते हैं।
➤ इन एस्कॉर्ट्स को 6,000 पाउंड (लगभग 6.2 लाख रुपये) प्रति बुकिंग मिलते हैं।
➤ औसतन, प्रत्येक बुकिंग की अवधि 4 घंटे होती है।
➤ एजेंसी के मुताबिक सिर्फ पहले तीन दिनों में 300 बुकिंग के जरिए लगभग 3 लाख स्विस फ्रैंक (2.7 करोड़ रुपये) कमाए गए।
क्यों आते हैं अमीर लोग?
डब्ल्यूईएफ जैसी बैठकों में अमीर लोग अपने पैसे खर्च करने में हिचकिचाते नहीं हैं। कई एस्कॉर्ट एजेंसियों ने बताया कि उनके ग्राहक अक्सर सीईओ और बड़ी कंपनियों के मालिक होते हैं जो सेक्स पार्टियों और साथ बिताने के लिए भारी रकम चुकाते हैं।
डब्ल्यूईएफ की बैठक जहां एक ओर वैश्विक निवेश और व्यापार को बढ़ावा देने का मंच है वहीं इस पर लगे सेक्स पार्टियों और वेश्यावृत्ति के आरोपों ने इसकी छवि पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह रिपोर्ट यह भी दिखाती है कि इन आयोजनों के पीछे सिर्फ व्यापारिक फैसले ही नहीं बल्कि अनैतिक गतिविधियां भी छिपी रहती हैं।
भारत ने भले ही इस बैठक से आर्थिक लाभ उठाया हो लेकिन इन विवादों ने वैश्विक मंच की सच्चाई को उजागर कर दिया है।