Edited By Tanuja,Updated: 21 Dec, 2024 12:49 PM
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ( Russian President Vladimir Putin) ने पोर्न साइट्स पर प्रतिबंध लगाने को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि केवल प्रतिबंध लगाने से...
International Desk: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ( Russian President Vladimir Putin) ने पोर्न साइट्स पर प्रतिबंध लगाने को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि केवल प्रतिबंध लगाने से समस्या हल नहीं होगी, बल्कि हमें पोर्न से भी अधिक आकर्षक और उपयोगी विकल्प तलाशने होंगे, जो लोगों का ध्यान खींच सकें। राष्ट्रपति पुतिन के इस बयान ने नई बहस छेड़ दी है। सवाल यह है कि क्या दुनिया पोर्न पर प्रतिबंध लगाकर इसके विकल्प को अपनाने के लिए तैयार है? और अगर ऐसा होता है, तो ये विकल्प किस तरह के होंगे?
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रूसी टीवी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में पुतिन (Putin) ने कहा, "पोर्न साइट्स पूरी दुनिया में देखी जाती हैं। यह सिर्फ रूस (Russia) का मुद्दा नहीं है, बल्कि वैश्विक समस्या है। हमें ऐसी चीजें विकसित करनी होंगी, जो पोर्न से भी ज्यादा दिलचस्प और भावुक हों।" उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्रतिबंध के साथ-साथ ऐसे विकल्प तैयार करना जरूरी है, जो दर्शकों की रुचि को सही दिशा में ले जाएं। रूस पहले से ही पोर्न साइट्स पर प्रतिबंध लगा चुका है। 2016 में रूस ने पोर्न साइट्स पर व्यापक प्रतिबंध लगाए थे। चीन और उत्तर कोरिया जैसे देशों की तरह, रूस में भी इंटरनेट पर सरकारी नियंत्रण है।
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गूगल (Google) और यूट्यूब Youtube) जैसे अंतरराष्ट्रीय प्लेटफॉर्म्स भी प्रतिबंधित हैं। पुतिन ने अपने बयान में यह स्पष्ट नहीं किया कि वह किस तरह के विकल्प की बात कर रहे हैं। लेकिन यह संभावना जताई जा रही है कि यह विकल्प मनोरंजन, शिक्षा, या प्रेरणादायक कंटेंट से जुड़ा हो सकता है। उन्होंने कहा कि दुनिया भर में यह समस्या है और हमें इसे गंभीरता से लेना होगा। हाल ही में एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि रूस में लड़ने आए उत्तर कोरियाई सैनिकों को पोर्न की लत लग गई है। यह खबर चर्चा में रही, लेकिन इस पर रूस ने कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी। रूस, चीन और उत्तर कोरिया जैसे देशों में पोर्न बैन के चलते यह मुद्दा सिर्फ एक राष्ट्रीय बहस तक सीमित नहीं रहा। इंटरनेट पर नियंत्रण और व्यक्तिगत आजादी के सवाल भी इस चर्चा का हिस्सा बन गए हैं।