Edited By Tanuja,Updated: 28 Nov, 2024 02:03 PM
रूसी सरकारी समाचार एजेंसी TASS के अनुसार, इस मिसाइल को तैनात करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। रूस के सामरिक मिसाइल बलों के प्रमुख, कर्नल-जनरल सर्गेई कराकायेव ने...
International Desk: रूसी सरकारी समाचार एजेंसी TASS के अनुसार, इस मिसाइल को तैनात करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। रूस के सामरिक मिसाइल बलों के प्रमुख, कर्नल-जनरल सर्गेई कराकायेव ने बताया कि मिसाइल को देश के शस्त्रागार में शामिल करने की तैयारी चल रही है। कराकायेव ने कहा, "हमने पांचवीं पीढ़ी की यार्स और एवांगार्ड मिसाइल प्रणाली पहले ही तैनात कर दी हैं, और अब तरल-ईंधन वाली सुपर-हैवी सरमत मिसाइल को लड़ाकू ड्यूटी में शामिल करने का काम जारी है।" यह कदम यूक्रेन युद्ध में एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में देखा जा रहा है। पिछले सप्ताह रूस ने यूक्रेन के नीप्रो शहर पर एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया था, जिसे यूक्रेन की ओर से किए गए लंबी दूरी के हमलों के जवाब के रूप में देखा गया।
'शैतान-2' की ताकत
- 'शैतान-2' एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल है, जो अपने साथ 10 से अधिक 750 किलोटन के परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है।
- इसकी लंबाई 14 मंजिला इमारत जितनी है और यह पूरी दुनिया के किसी भी हिस्से पर हमला करने की क्षमता रखती है।
- हालांकि, इस मिसाइल के विकास में कई चुनौतियां आई हैं।
- सैटेलाइट तस्वीरों में सितंबर में एक परीक्षण विफल होने के संकेत मिले थे, जिसमें मिसाइल के लॉन्च पैड पर बड़ा गड्ढा दिखाई दिया था।
- इसके बावजूद रूस इसे जल्द तैनात करने की कोशिश में है।
रूस के रक्षा मंत्रालय ने पश्चिमी देशों को चेतावनी दी है कि अगर तनाव बढ़ा तो रूस जवाबी परमाणु हमले के लिए तैयार है। इस चेतावनी ने अमेरिका और उसके सहयोगियों को सतर्क कर दिया है। 'शैतान-2' की तैनाती की खबर ने वैश्विक स्तर पर चिंता बढ़ा दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस कदम से परमाणु युद्ध का खतरा बढ़ सकता है। अमेरिका और NATO देशों ने इसे एक गंभीर सुरक्षा चुनौती करार दिया है। रूस के इस कदम से न केवल यूक्रेन बल्कि पूरी दुनिया के लिए खतरे की घंटी बज गई है। यह स्पष्ट है कि आने वाले दिनों में इस स्थिति पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी रहेंगी।