Edited By Parminder Kaur,Updated: 13 Dec, 2024 03:38 PM
रूस ने शुक्रवार को यूक्रेन के खिलाफ एक बार फिर बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए। इन हमलों में क्रूज मिसाइलों और ड्रोन का इस्तेमाल किया गया और मुख्य रूप से यूक्रेन के खस्ताहाल ऊर्जा तंत्र को निशाना बनाया गया। रूस की सेना ने यूक्रेन के ऊर्जा प्रतिष्ठानों...
इंटरनेशनल डेस्क. रूस ने शुक्रवार को यूक्रेन के खिलाफ एक बार फिर बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए। इन हमलों में क्रूज मिसाइलों और ड्रोन का इस्तेमाल किया गया और मुख्य रूप से यूक्रेन के खस्ताहाल ऊर्जा तंत्र को निशाना बनाया गया। रूस की सेना ने यूक्रेन के ऊर्जा प्रतिष्ठानों पर हमला किया, जिससे देश में बिजली और ऊर्जा संकट और भी गहरा सकता है।
यूक्रेन के ऊर्जा मंत्री हर्मन हेलुशेंको ने फेसबुक पर इस हमले की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि दुश्मन का आतंक जारी है और बताया कि यूक्रेन के ऊर्जा कर्मचारी इस हमले के प्रभावों को कम करने के लिए दिन-रात प्रयास कर रहे हैं, जब स्थिति बेहतर होगी, तब वे नुकसान के बारे में और जानकारी देंगे।
ड्रोन और क्रूज मिसाइलों से हमला
यूक्रेन की वायु सेना ने बताया कि शुक्रवार रात को यूक्रेन पर कई ड्रोन हमले किए गए। इसके बाद रूस ने यूक्रेन के हवाई क्षेत्र में क्रूज मिसाइलें भी दागी। इसके अलावा रूस ने किंजल बैलिस्टिक मिसाइलों का भी इस्तेमाल किया, जो विशेष रूप से यूक्रेन के पश्चिमी क्षेत्रों को निशाना बनाने के लिए भेजी गई थीं।
सर्दियों में ऊर्जा संकट बढ़ने का खतरा
शुक्रवार के इस हमले के बाद आशंका जताई जा रही है कि रूस का मुख्य उद्देश्य सर्दियों के मौसम में यूक्रेन की बिजली उत्पादन क्षमता को पूरी तरह से नष्ट करना है। रूस के लगातार हमलों से यूक्रेन की ऊर्जा आपूर्ति और भी अधिक संकट में फंस सकती है। खासकर सर्दियों में जब देश को अधिक ऊर्जा की जरूरत होगी।
इन हमलों से यूक्रेन की सुरक्षा स्थिति और भी गंभीर हो गई है। रूस का यह कदम एक ऐसे समय में आया है, जब यूक्रेन अपनी ऊर्जा प्रणाली को फिर से चालू करने और उसे सुरक्षित रखने के लिए हर संभव कोशिश कर रहा है।