Edited By Tanuja,Updated: 25 Jan, 2025 04:46 PM
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक इंटरव्यू में कहा कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की को रूस के साथ समझौता करना चाहिए था, बजाय इसके कि वह लड़ाई में कूदें...
Washington: पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक इंटरव्यू में कहा कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की को रूस के साथ समझौता करना चाहिए था, बजाय इसके कि वह लड़ाई में कूदें। उन्होंने फॉक्स न्यूज़ को दिए इंटरव्यू में कहा, "जेलेंस्की एक बहुत बड़े और ताकतवर देश से लड़ रहे थे। उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था। हम एक समझौता कर सकते थे।" ट्रंप का कहना है कि रूस की ताकत और सैन्य क्षमता के सामने यूक्रेन का प्रतिरोध करना गलत फैसला था। उन्होंने कहा, "मैंने यह समझौता आसानी से करवा सकता था, लेकिन जेलेंस्की ने फैसला किया कि वह लड़ेंगे।"
ट्रंप ने यह भी कहा कि अगर वह राष्ट्रपति होते, तो युद्ध को एक दिन में खत्म कर सकते थे। उन्होंने जेलेंस्की के इस फैसले को "गलत" बताया, जिससे युद्ध शुरू हुआ। ट्रंप के इस बयान के विपरीत, मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया है। बाइडेन ने रूस पर प्रतिबंध लगाए और यूक्रेन को बड़ी मात्रा में सैन्य सहायता प्रदान की। ट्रंप ने कहा, "अगर रूस जल्द ही इस युद्ध को खत्म नहीं करता, तो अमेरिका रूस पर भारी प्रतिबंध और टैक्स लगाएगा।"
इस युद्ध के कारण लाखों लोगों की जानें गई हैं और बड़ी तबाही हुई है। ट्रंप ने इस स्थिति को जेलेंस्की के नेतृत्व की नाकामी बताया। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वह दोनों पक्षों के लिए "सही समझौता" कराने की कोशिश करेंगे।
सितंबर में ट्रंप ने जेलेंस्की से मुलाकात के दौरान कहा था कि वह एक ऐसा समझौता करेंगे जो दोनों पक्षों के लिए "फायदेमंद" हो। लेकिन उनके बयान ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या वह युद्ध की जटिलताओं को सही ढंग से समझते हैं। डोनाल्ड ट्रंप के इस बयान ने यूक्रेन-रूस युद्ध और विदेश नीति पर उनके रुख को लेकर नई बहस छेड़ दी है। युद्ध खत्म होने का फिलहाल कोई संकेत नहीं है, लेकिन ट्रंप का बयान इस मुद्दे पर उनकी सोच को उजागर करता है।